विदेश नहीं जा पाएंगे हिमाचल के ये शिक्षक, इन वजह से हुए बाहर; सरकारी स्कूल के 200 टीचर्स की तैयार हुई लिस्ट
हिमाचल प्रदेश के जिन शिक्षकों को समग्र शिक्षा अभियान ने विदेश भेजने की सूची में शामिल किया है। उनके पास अपने पासपोर्ट नहीं है। ऐसे शिक्षकों को पहले लिस्ट से बाहर किया जा सकता है। इन्हें दूसरी लिस्ट में शामिल करते हुए विदेश भेजने का प्लान तैयार किया जा रहा है। अब अधिकतर शिक्षकों को इसके लिए अब तत्काल में आवेदन करना पड़ सकता है।

जागरण संवाददाता, शिमला। Himachal News: हिमाचल प्रदेश के जिन शिक्षकों को समग्र शिक्षा अभियान ने विदेश भेजने की सूची में शामिल किया है। उनके पास अपने पासपोर्ट नहीं है। ऐसे शिक्षकों को पहले लिस्ट से बाहर किया जा सकता है। इन्हें दूसरी लिस्ट में शामिल करते हुए विदेश भेजने का प्लान तैयार किया जा रहा है।
जिनके पास पासपोर्ट नहीं वे शिक्षक हो सकते हैं बाहर
विभाग ने 200 शिक्षकों में से पहले शिक्षकों के एक टीम को फरवरी महीने के पहले पखवाड़े में ही विदेश भेजने का फैसला लिया है। इस सूची से वे शिक्षक बाहर हो सकते हैं , जिनके पासपोर्ट अभी नहीं है। इन्हें पासपोर्ट बनाने के लिए अतिरिक्त समय दिया जाएगा ।
शिक्षकों को पासपोर्ट बनाने के लिए मिलेगा समय
पासपोर्ट बनाने के बाद ही निर्देश दौरे पर भेजो जाना प्रस्तावित है। समग्र शिक्षा अभियान के प्रोजेक्ट निदेशक राजेश शर्मा ने कहा कि जिन शिक्षकों के पासपोर्ट नहीं है। उन्हें पासपोर्ट बनाने के लिए अतिरिक्त समय दिया जा रहा है।
दस्तावेजों को जांचने के समय आई खामियों के बाद लिया फैसला
राज्य भर से शिक्षक विदेश जाने से लिए अपने दस्तावेज लेकर निदेशालय पहुंचे थे। इस दौरान उनके दस्तावेजों में पासपोर्ट की प्रक्रिया पूरी न होने से काफी परेशानी हुई। शिक्षकों को पासपोर्ट के लिए जो अनापत्ति पत्र दिए हैं।उसके आधार पर शिक्षकों को पासपोर्ट मिलते नहीं दिख रहे हैं।
शिक्षकों को तत्काल में करना होगा आवेदन
अब अधिकतर शिक्षकों को इसके लिए अब तत्काल में आवेदन करना पड़ सकता है। कांगड़ा से लेकर प्रदेश के हर जिले से शिक्षक विदेश दौरे के लिए दस्तावेजों की जांच के लिए समग्र शिक्षा अभियान के कार्यालय पहुंच रहे हैं, लेकिन अभी दस्तावेज पूरा करने में उन्हें कुछ ओर समय लग सकता है।
200 शिक्षकों की तैयार की है सूची
सरकारी स्कूलों में तैनात 200 शिक्षकों को अगले साल (शैक्षणिक सत्र 2024-25) से एक्सपोजर विजिट के लिए विदेश भेजने की तैयारी है। इसके लिए नियम व शर्तें तय कर दी गई है। इसको लेकर कई बार अधिकारियों की बैठकें हो चुकी है। बैठक में निर्णय लिया गया कि 100 शिक्षक प्रारंभिक शिक्षा विभाग से भेजे जाएंगे। इसमें जेबीटी, सीएंडवी, सीएचटी, एचटी सहित अन्य श्रेणियों के शिक्षक आएंगे। जबकि 100 शिक्षकों को उच्चतर शिक्षा विभाग से भेजा जाएगा।
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इन देशों में भेजने की है तैयारी
विदेश दौरे के लिए दो अलग अलग टीमें बनेगी। प्राइमरी के 100 शिक्षकों को एक्सपोजर विजिट के लिए सिंगापुर भेजा जा सकता है। यहां पर प्रारंभिक शिक्षा में काफी अच्छा माहौल है। उच्च शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों को इंग्लैंड या ऑस्ट्रेलिया भेजा जा सकता है। शिक्षकों का चयन उच्च शिक्षा व प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने किया है। शिक्षक वहां पर पढ़ाने की नई तकनीक सीखेंगे।
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