हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) घाटे से उबरने के लिए बस किराया बढ़ाने की तैयारी में है। निगम ने न्यूनतम किराया 5 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये करने और प्रति किलोमीटर किराये में 15 प्रतिशत तक वृद्धि का प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव को जल्द ही सरकार को भेजा जाएगा। निजी बस ऑपरेटर पहले से ही किराया बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, शिमला। घाटे की मार झेल रहा हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) अब सरकार से बस किराया बढ़ाने की मांग करेगा। शिमला में शनिवार को हुई निदेशक मंडल (बीओडी) की बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा हुई। निर्णय लिया गया कि न्यूनतम किराया पांच रुपये से दोगुना यानी 10 रुपये किया जाएगा।
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इसके अतिरिक्त प्रति किलोमीटर किराये में भी 15 प्रतिशत तक वृद्धि की मांग की जाएगी। प्रस्ताव तैयार कर जल्द ही स्वीकृति के लिए सरकार को भेजा जाएगा। निजी बस ऑपरेटर पहले से बस किराये में वृद्धि की मांग कर रहे हैं, अब एचआरटीसी की बीओडी ने भी चर्चा की है।
घाटे में चल रहा निगम
बैठक में अधिकारियों ने कहा कि निगम ने एक वर्ष में आय में 70 करोड़ रुपये की वृद्धि की है, लेकिन डीजल व कलपुर्जों के दाम बढ़ने से निगम घाटे से उबर नहीं पा रहा है। हालत यह है कि निगम के पास कर्मचारियों की देनदारियों के लिए पैसा नहीं है। निगम का घाटा 1650 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
बैठक में कहा गया कि घाटे को कम करने के लिए सारे पहलुओं पर काम किया जा चुका है। यहां तक की बसों के बेड़े (बस फ्लीट) को कम करने पर भी काम किया जा चुका है। बावजूद इसके घाटा कम नहीं हो रहा है। अब यह सरकार पर निर्भर करेगा कि वह किराये में वृद्धि करती है या नहीं। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री कहा कि बस किराये में वृद्धि करने का निर्णय राज्य सरकार लेती है।
शिमला में एचआरटीसी टैक्सियों का किराया बढ़ाने की सिफारिश
सूत्र बताते हैं कि बैठक में शिमला में चलाई जा रही एचआरटीसी की टैक्सियों का किराया बढ़ाने की सिफारिश भी गई। इस पर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के साथ चर्चा की गई। कहा गया है कि बुजुर्गों के लिए यहां टैक्सियां लगाई गई थीं, मगर उसमें बुजुर्गों को तो बैठने की जगह ही नहीं मिल पाती।
यहां पर 20 रुपये किराया टैक्सी में लिया जा रहा है जिसे पहले 40 रुपये करने की सिफारिश की गई, लेकिन उपमुख्यमंत्री ने इतना किराया नहीं बढ़ाने को कहा। उनके कहने पर किराया 30 रुपये करने की सिफारिश की जाएगी। वहीं बुजुर्गों से वर्तमान की तरह की 20 रुपये किराया लिया जाएगा। उनके लिए यह दरें नहीं बढ़ेगी।
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