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    Himachal: अधिकारी और पेंशनर ही नहीं अब ठगों के निशाने पर 13 से 16 साल के किशोर, ये 6 सावधानी बरत रहें सुरक्षित

    Updated: Thu, 18 Sep 2025 12:46 PM (IST)

    Himachal Pradesh Online Fraud हिमाचल प्रदेश में साइबर अपराध के मामले बढ़ रहे हैं जिनमें 13 से 16 वर्ष के किशोर भी शिकार हो रहे हैं। साइबर ठगी की शिकायतों में तीन गुना वृद्धि हुई है जिनमें अधिकारियों और पेंशनरों के साथ 80% मामले हो रहे हैं। साइबर स्टेशन की स्थापना से ठगी के शिकार लोगों के पैसे बचाने में मदद मिल रही है।

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    हिमाचल प्रदेश में आनलाइन ठगी के मामले बढ़े हैं। प्रतीकात्मक फोटो

    राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Pradesh Online Fraud, साइबर ठगों के निशाने पर हर व्यक्ति है। पुलिस में दर्ज होने वाले मामले देखें तो शिक्षित और ज्यादा पढ़े लिए लोग ठगी का ज्यादा शिकार हो रहे हैं। इनमें पूर्व पुलिस महानिदेशक से लेकर डाक्टर, प्रोफेसर और वकील भी शामिल हैं। जिन लोगों के पास स्मार्टफोन है, वे कई प्रकार के झांसे में आ रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में साइबर ठगी को लेकर आने वाली फोन काल व शिकायतों में तीन वर्षों के दौरान तीन गुना वृद्धि दर्ज की गई है।

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    साइबर ठग 13 से 16 वर्ष की आयु के किशोरों को भी ठगी का शिकार बना रहे हैं। कुल मामलों और शिकायतों में महिलाओं और किशोरों की प्रतिशतता 19 है। साइबर ठगी से निपटने के लिए प्रदेश में पहले साइबर स्टेशन को स्थापित करने से ठगी का शिकायत होने वालों के पैसे खातों से निकलने से पूर्व रुकवाने में मदद मिल रही है।

    80 प्रतिशत ठगी के मामले अधिकारियों व पेंशनरों के साथ हो रहे

    साइबर अपराध की शिकायतों के जल्द निपटारे के लिए टोल फ्री नंबर 1930 स्थापित किया गया है। इस नंबर पर आने वाली शिकायतों में 80 प्रतिशत ठगी के मामले सेवारत अधिकारियों व पेंशनरों के साथ पेश आ रहे हैं। किसी उत्पाद को लेकर टोल फ्री नंबरों पर शिकायत करने वालों को कंपनी और बैंक का अधिकारी बताकर लाखों की ठगी की जा रही है।

    ये बरतें सावधानी

    1. पासवर्ड और अन्य गोपनीय जानकारी किसी से साझा न करें। 
    2. लाटरी या अन्य कोई संदेश आने पर उसकी जांच कर लें कि उसे भेजने वाला कौन है।
    3. साइबर पुलिस या संबंधित थानों और उस कंपनी या संस्थान से ऐसे संदेशों की जानकारी का पता करें।
    4. हैकरों से सुरक्षा के लिए फायरवाल और अन्य सुरक्षा टूल आवश्यक हैं।
    5. वेबसाइट खोलने से पूर्व उसके पते की जांच करें। देखें कि जिस साइट को खोलना चाह रहे हैं, वही पता है या कोई और।
    6. मोबाइल फोन, लैपटाप, डेस्कटाप व टेबलेट के साफ्टवेयर को अपडेट करें।

    प्रदेश में साइबर ठगी की शिकायतें व रिकवरी

    • वर्ष    फोन काल    ठगी हुई    रिकवरी    रिकवरी प्रतिशतता में 
    • 2023    44541         52    3.75    7.2
    • 2024    110594        114    13.40    11.75
    • 2025    116311        63.78    7.50    11.75

    (ठगी की राशि व रिकवरी करोड़ में।)

    साइबर स्टेशन खुलने से रिकवरी का लाभ

    प्रदेश में साइबर ठगी के मामलों में तीन वर्षों में तीन गुना तक की वृद्धि हुई है। साइबर स्टेशन खोलने के बाद से ठगी की राशि को जल्द होल्ड करने और ठगी रोककर रिकवरी में काफी लाभ हो रहा है।  

    -अशोक तिवारी, प्रदेश पुलिस महानिदेशक।

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