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    Himachal News: प्रतिनियुक्ति पर अन्य राज्यों में गए शिक्षकों को प्रदेश सरकार ने वापस बुलाया, मांगा डाटा

    Updated: Thu, 03 Jul 2025 03:37 PM (IST)

    Himachal Pradesh News हिमाचल प्रदेश सरकार ने दूसरे राज्यों में प्रतिनियुक्ति पर गए शिक्षकों को वापस बुलाने का फैसला किया है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने विभाग को इन शिक्षकों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इन शिक्षकों को अब सरकारी स्कूलों में पढ़ाने का काम सौंपा जाएगा। हालांकि बीबीएमबी परियोजना में तैनात शिक्षकों को फिलहाल राहत दी गई है।

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    प्रतिनियुक्ति पर बाहरी राज्यों में गए शिक्षकों को वापिस बुलाया गया है। प्रतीकात्मक फोटो

    राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Pradesh News, प्रतिनियुक्ति पर अन्य राज्यों में सेवाएं दे रहे शिक्षक व गैर शिक्षकों को सरकार ने वापिस बुलाया है। इन शिक्षकों को सरकार स्कूलों में भेजेगी व पढ़ाने का कार्य सौंपा जाएगा। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने विभाग को निर्देश दिए हैं कि ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार करें। ये शिक्षक कहां पर नियुक्त है, कितने समय से डेपुटेशन पर हैं, कब इन्हें डेपुटेशन पर भेजा गया था और यह कार्यकाल कितने समय का था। इसका पूरा रिकार्ड तैयार करने को कहा गया है। ऐसे शिक्षकों, गैर शिक्षकों को वापिस बुलाकर स्कूल-कॉलेजों में तैनाती दी जाएगी। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इसकी पुष्टि की है।

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    उन्होंने बताया कि शिक्षा निदेशालय व उप शिक्षा निदेशक कार्यालय में भी ऐसे शिक्षक कार्यरत थे, जिन्हें पहले हटाया गया था। दोबारा से विभाग को इसका भी आंकलन करने काे कहा गया है कि यदि वहां पर डेपुटेशन पर कोई शिक्षक तैनात है और उसकी जरूरत नहीं है तो उसे भी स्कूल भेजा जाएगा।

    बीबीएमबी में तैनात शिक्षकों को राहत

    बीबीएमबी परियोजना के स्कूल व परियोजना के कई कार्यालयों में भी शिक्षक व गैर शिक्षक डेपुटेशन पर कार्यरत है। सरकार ने फिलहाल इन्हें राहत दी है। विभाग का कहना है कि इनमें ज्यादातर शिक्षक हिमाचल में ही कार्यरत है। पिछले साल इन शिक्षकों को भी वापिस बुलाया था। जिसको लेकर काफी बवाल मचा था। इसलिए इस बार इन पर कोई निर्णय नहीं लिया है।

    सेवानिवृत्ति के समय ही लौटते हैं

    शिक्षा विभाग के मुताबिक शिक्षक अपनी राजनीतिक पहुंच से दिल्ली, चंडीगढ़ के अलावा कई अन्य राज्यों में डेपुटेशन पर चले जाते हैं। हालांकि डेपुटेशन तीन साल के लिए होती है। लेकिन ये इसे बढ़ा देते हैं। डेपुटेशन के दौरान इन्हें वेतन वहीं से मिलता है जहां ये कार्यरत होते हैं। सेवानिवृत्ति के समय ये वापस लौटते हैं। सरकार पर इनकी पेंशन का पूरा भार पड़ जाता है, जबकि इन्होंने अपने सेवाकाल के दौरान अन्य राज्यों में ही सेवाएं दी होती हैं।

    खराब परिणाम देने वाले शिक्षकों को नोटिस

    दसवीं व 12वीं बोर्ड कक्षाओं में खराब परिणाम देने वाले 112 के करीब शिक्षकों को नोटिस जारी कर दिए हैं। विषयवार परीणाम का आंकलन करने के बाद ये नोटिस जारी किए हैं। पंद्रह दिनों के भीतर इन शिक्षकों को नोटिस का जवाब देने को कहा है। जवाब आने के बाद विभाग आगामी कार्रवाई अमल में लाएगा। बीते रोज शिक्षा मंत्री ने विभाग को निर्देश दिए हैं कि यदि जरूरी हो तो ऐसे शिक्षकों को चार्जशीट कर दिया जाए। विभाग अब पिछला ट्रेक रिकार्ड देख रहा है। ये शिक्षक जहां पर पहले कार्यरत थे उन स्कूलों का रिजल्ट कैसा था। उसके बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।