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    Himachal News: शिमला का शरनाल गांव खतरे की जद में, भूस्खलन से 12 से ज्यादा परिवार प्रभावित

    Shimla News शिमला के शरनाल गांव में भारी बारिश से भूस्खलन हो रहा है जिससे कई परिवार प्रभावित हैं। गांव का एक हिस्सा पिछले दो सालों से लगातार धंस रहा है। आंगनवाड़ी केंद्र गिरने के कगार पर है और ग्रामीणों के खेत भी बर्बाद हो गए हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

    By Atul KASHYAP Edited By: Rajesh Kumar Sharma Updated: Tue, 26 Aug 2025 06:02 PM (IST)
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    शिमला की दरकाली पंचायत का शरनाल गांव खतरे की जद में है।

    संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर (शिमला)। हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला में भारी बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ है। उपमंडल रामपुर की दरकाली पंचायत के शरनाल गांव की स्थिति बेहद गंभीर होती जा रही है। पिछले दो वर्षों से गांव का एक हिस्सा लगातार धंस रहा है, जिससे अब तक एक दर्जन परिवार प्रभावित हो चुके हैं। गांव में बनी आंगनवाड़ी केंद्र भी गिरने के कगार पर है, जबकि एक ग्रामीण ने अपना घर भी खाली कर दिया है।

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    शरनाल गांव के ग्रामीण बार-बार प्रशासन से मदद की गुहार लगाते रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस बार की बरसात ने स्थिति और भी विकट बना दी है। ग्रामीणों के खेत नाले तक धंस चुके हैं और गांव के बीच में मोटी-मोटी दरारें आ गई हैं। गांव को जोड़ने वाला मुख्य रास्ता भी दरारों की वजह से असुरक्षित हो चुका है।

    गत वर्ष भी बरसात के दौरान यही हाल था, तब प्रशासन ने मौके पर जाकर क्रेट वॉल बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन वह भी पूरी तरह लागू नहीं हो सका। इस भू-स्खलन से सूरत सिंह, विशेषलाल, कृष्णदास, रमेश कुमार, भादुर सिंह जैसे कई ग्रामीणों की जमीन पूरी तरह बर्बाद हो गई है।

    एस्टीमेट तैयार हुआ पर काम नहीं

    ग्रामीणों का आरोप है कि पिछली बार की बरसात के बाद भू संरक्षण विभाग के अधिकारी मौके पर आए थे और 40 लाख रुपये का एक एस्टीमेट तैयार किया था, लेकिन यह योजना फाइलों में ही बंद रह गई। विभाग का कहना है कि उनके पास भू-स्खलन को रोकने के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध नहीं है।

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    पूरा गांव खतरे में

    पंचायत प्रधान गुलजारी लाल सानी ने कहा, शरनाल गांव की स्थिति बेहद खराब है। अगर जल्द भू-स्खलन को रोकने के लिए कदम नहीं उठाए गए तो पूरा गांव खतरे में पड़ जाएगा। ग्रामीणों की अपील है कि सरकार और संबंधित विभाग जल्द से जल्द इस गंभीर समस्या का समाधान करें, ताकि शरनाल गांव को बचाया जा सके और परिवारों की जान-माल का संरक्षण हो सके।

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