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    HRTC की 297 इलेक्ट्रिक बसों की डिलीवरी पर कंपनी और निगम आमने-सामने, टेंडर की शर्तों का नहीं हो रहा पालन; कब मिलेंगी नई बसें?

    By Jagran News Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Mon, 22 Dec 2025 12:24 PM (IST)

    हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) को इलेक्ट्रिक बसों का इंतजार है, लेकिन कंपनी ने डिलीवरी के लिए और समय मांगा है, जिसे निगम प्रबंधन ने अस्वीकार कर दिया ...और पढ़ें

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    हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी की इलेक्ट्रिक बसों की डिलीवरी रुक गई है। प्रतीकात्मक फोटो

    राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों का इंतजार खत्म नहीं हो रहा है। इस बीच कंपनी और निगम आमने-सामने हो गए हैं। कंपनी ने अब बसों की डिलीवरी के लिए एक माह का और समय मांगा है, लेकिन निगम प्रबंधन ने इन्कार कर दिया है।

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    अब कंपनी मांग रही समय

    कंपनी ने पहले कहा था कि बसों की डिलीवरी चरणबद्ध तरीके से होगी। 100 बसें दिसंबर व जनवरी के पहले सप्ताह में सौंप दी जाएंगी, जबकि अन्य बसें दूसरे चरण में दी जाएंगी। अब कंपनी ने निगम प्रबंधन को पत्र लिखकर समय मांगा है।

    टेंडर की शर्तों अनुसार जनवरी में 100 बसों की करनी थी डिलीवरी

    बीते रोज निदेशक मंडल (बीओडी) की बैठक में यह प्रस्ताव रखा था। निगम प्रबंधन ने कंपनी को बसों की डिलीवरी के लिए समय देने से इन्कार कर कहा है कि टेंडर की शर्तों के अनुसार जनवरी में 100 बसों की डिलीवरी करें। उसके बाद दूसरे चरण में अन्य बसों को भेजा जाए। 

    एचआरटीसी के उपाध्यक्ष अजय वर्मा ने बताया कि कंपनी को कहा है कि वह तय समय पर बसों की डिलीवरी करना शुरू कर दे।

    3158 बसों का बेड़ा है निगम का 

    एचआरटीसी में बसों का 3158 का स्वीकृत बेड़ा है। इनमें से मौजूदा समय में 2945 बसें उपलब्ध हैं। 171 बसें ऐसी हैं जो 15 साल पुरानी हो चुकी हैं। निगम ने इन बसों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सोलन व सिरमौर जिले सहित कुछ अन्य स्थानों पर बसों को हटा दिया है, जबकि अन्य स्थानों पर प्रक्रिया जारी है।

    कई बसें ऐसी हैं जो हैं तो 10 से 12 साल पुरानी, लेकिन इनकी हालत बेहद खराब है। डेड माइलेज इससे आ रही है। इसलिए निगम इन बसों को जल्द बदलना चाह रहा है। यह तभी संभव होगा जब नई बसें आएंगी।

    ई-बसों पर 424 करोड़ रुपये हो रहे खर्च

    निगम ई-बसों पर 424 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। नाबार्ड की वित्तीय मदद से निगम बसें खरीदने जा रहा है। बसों के आने से पहले मूलभूत सुविधाएं बस अड्डों में तैयार की जा रही हैं, जिनमें चार्जिंग स्टेशन आदि शामिल है। एचआरटीसी 297 ई-बसों को खरीदने जा रहा है। एक बस की कीमत 1.71 करोड़ रुपये है।

    12 साल तक मेंटेनेंस का जिम्मा भी संभालेगी कंपनी

    निगम जिस कंपनी से बसों को खरीद रहा है, वह 12 साल तक बसों की मेंटेनेंस का जिम्मा (एएमसी यानी वार्षिक मरम्मत खर्च) भी संभालेगी। इसलिए बस की कीमत बढ़ी है। ये बसें एक साथ नहीं आएंगी। कंपनी जैसे-जैसे बसें भेजेगी वैसे आगे का सप्लाई आर्डर दिया जाएगा। निगम ने पहले जो ई-बसें खरीदी थीं उसमें एएमसी की शर्त नहीं थी।

     

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