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    हिमाचल पुलिस के पूर्व प्रमुख आइडी भंडारी का 71 साल की उम्र में निधन, ...जब डीजीपी पद से हटे थे अधिकारी, राजनीति में भी रहे

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 05:54 PM (IST)

    DGP ID Bhandari हिमाचल प्रदेश के पूर्व डीजीपी आइडी भंडारी का 71 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह बिलासपुर के मंझासु के निवासी थे और कुछ समय से बीमार थे। भंडारी एक कुशल प्रशासक पुलिस अधिकारी और साहित्यकार थे। उन्होंने रेड एट मिड नाइट नामक पुस्तक लिखी थी। सेवानिवृत्ति के बाद वह अपने बगीचे में समय बिताते थे और स्वास्थ्य के प्रति सजग थे।

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    हिमाचल प्रदेश पुलिस के पूर्व डीजीपी आइडी भंडारी।

    जागरण टीम, बिलासपुर/शिमला। ID Bhandari, हिमाचल प्रदेश पुलिस के पूर्व डीजीपी रहे जिला बिलासपुर के मंझासु निवासी आइडी भंडारी का मंगलवार को निधन हो गया। 71 वर्षीय आइडी भंडारी जिला बिलासपुर में मंझासु क्षेत्र के निवासी थे। वह कुछ समय से बीमार थे। पिछले सप्ताह तक उन्होंने पीजीआइ चंडीगढ़ में इलाज करवाया था। वहीं तीन दिनों से वह आइजीएमसी में उपचाराधीन थे।

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    अप्रैल 1954 में जन्मे आइडी भंडारी एक अच्छे प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। पुलिस अधिकारी होने के साथ साथ वह साहित्य के क्षेत्र में भी रुचि रखते थे। उन्होंने पहले रेड एट मिड नाइट पुस्तक लिखी थी, जिसका चार साल पहले विमोचन हुआ था। वह कवि व साहित्यकार सम्मेलनों में भी शामिल होते रहते थे।

    रोजाना चलते थे 11 हजार कदम

    सेवानिवृत्ति के बाद वह बिलासपुर स्थित अपने घर के बगीचे में ज्यादा समय बिताते थे। उन्होंने अपने बगीचे में आम, लीची, संतरे और अन्य फल लगाए हुए थे। वह बगीचे की देखरेख में खुद करते थे। बड़ी बात यह है कि वह अपने स्वास्थ्य के प्रति काफी सजग रहते थे। वह रोजाना कम से कम 11 हजार कदम पैदल चलते थे। 

    आम आदमी पार्टी के संयोजक रहे थे भंडारी

    हिमाचल प्रदेश के 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान आइडी भंडारी आम आदमी पार्टी के साथ जुड़े थे। वह चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक भी रहे थे।

    जब डीजीपी पद से हटा दिए थे भंडारी

    1982 बैच के आइपीएस सेवानिवृत पुलिस महानिदेशक आइडी भंडारी मूल रूप से बिलासपुर के रहने वाले थे और शिमला के कसुम्पटी में भी रहते थे। वर्ष 2011 में हिमाचल पुलिस के महानिदेशक बने और 2012 में कांग्रेस सरकार बनने पर वीरभद्र सिंह ने उन्हें डीजीपी पद से हटा दिया था। वह 2014 में सेवानिवृत हुए। वह 2008 में एडीजीपी विजिलेंस रहे। उन्होंने डीजीपी सीआइडी के पद पर भी सेवाएं प्रदान की।

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