हिमाचल में फिर आफत बनी बारिश, दो लोगों की मौत; लाहौल घाटी में पुल बहने से पांगी का संपर्क कटा
हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा और भूस्खलन से तबाही मची है। लाहुल स्पीति में बाढ़ से पुल बह गया जिससे चंबा का मार्ग अवरुद्ध हो गया। मंडी और शिमला जिलों में दो लोगों की जान चली गई। अटल टनल मार्ग पर सड़क धंसने से यातायात प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है और बाढ़ की आशंका जताई है।

जागरण टीम, शिमला/मंडी/सुन्नी। हिमाचल प्रदेश के कई स्थानों पर रविवार को धूप खिली, वहीं धर्मशाला सहित कुछ स्थानों पर वर्षा हुई। लाहुल स्पीति के उदयपुर उपमंडल के दरेड़ नाले में आई बाढ़ से उदयपुर-तिंदी-पांगी-किलाड़ को जोड़ने वाला एकमात्र पुल बह गया। इससे चंबा की पांगी घाटी को लाहुल से जाने वाला मार्ग बंद हो गया है।
मंडी व शिमला जिलों में दो लोगों की मौत हो गई। अटल टनल मार्ग पर धुंधी के पास सड़क धंसने के कारण बड़े वाहनों को वाया रोहतांग-लेह भेजा जा रहा है। छोटे वाहनों के लिए अटल टनल मार्ग खुला है। मंडी जिले के बालीचौकी-सुधराणी मार्ग पर रविवार को धवेहड के समीप गिरे मलबे को उठाने के कार्य में जुटा लोक निर्माण विभाग का टिप्पर खाई में गिर गया।
हादसे में चालक की मौत हो गई। मृतक की पहचान हेमराज पुत्र कमलापति निवासी मेहड़ टांडू के रूप में हुई है। टिप्पर में सवार मल्टी टास्क वर्कर कैंची मोड़ निवासी संजय घायल हुआ है। उसे कुल्लू रेफर किया है। हादसा रेशम विभाग के कार्यालय के समीप परजोलीधार के पास टिप्पर को खाली करने के दौरान हुआ। शिमला जिले के सुन्नी में दाढ़गी के समीप गलू दारगी में चलती कार (एचपी 21ए-5022) पर मलबा आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
मृतक की पहचान 37 वर्षीय लेखराज पुत्र दुलीचंद के रूप में हुई है। इसके अलावा चालक 43 वर्षीय विकास पुत्र बाबूराम, 30 वर्षीय नितेश कुमार पुत्र नंदलाल सभी निवासी गांव जम्मू डाकघर चनावग तहसील सुन्नी जिला शिमला घायल हो गए। कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।
आनी की कराड़ पंचायत के कोठी वार्ड में दोमंजिला मकान ढह गया। कीरतपुर-मनाली फोरलेन जोगणी मोड़ पर चट्टानें गिरने से सुबह आधा घंटा बंद रहा। उदयपुर-तिंदी-किलाड़ मार्ग अवरुद्ध होने से वाहन फंसे रहे। सिरमौर जिले के कफोटा उपमंडल के हैवना में रविवार सुबह पांच बजे भूस्खलन होने से पांवटा साहिब-शिलाई-गुम्मा एनएच दोपहर पौने एक बजे तक बंद रहा। इस कारण एनएच पर वाहनों की कतारें लगी रहीं।
आज भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना
मौसम विभाग ने चार व पांच अगस्त को कांगड़ा, कुल्लू, ऊना, बिलासपुर और सिरमौर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई है। कुछ स्थानों पर बाढ़ आने की चेतावनी जारी की गई है। प्रदेश में 20 जून से लेकर अभी तक 1714 करोड़ रुपये का नुकसान आंका जा चुका है। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान नेरी में 31.8, ऊना में 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है।
24 घंटे में भराड़ी में हुई सबसे ज्यादा वर्षा
प्रदेश में बीते चौबीस घंटों के दौरान सबसे अधिक वर्षा भराड़ी में 108, श्री मुरारी देवी जी में 82, श्री नयना देवी जी में 74.2 मिलीमीटर हुई है। ऊना में भारी वर्षा के बाद अभी भी स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। आपदा प्रबंधन की टीमें दिनभर राहत कार्यों में जुटी रहीं। प्रदेश में वर्षा और भूस्खलन के कारण लाहुल स्पीति में राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-505 के अलावा 296 सड़कें बंद हैं। प्रदेश में 134 ट्रांसफार्मर व 266 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।