Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तो इस वजह से हिमाचल में नहीं बन पा रही कांग्रेस की कार्यकारिणी, कई दिग्गजों को चौंका सकती है अध्यक्ष पद की नियुक्ति

    Updated: Mon, 05 May 2025 03:50 PM (IST)

    हिमाचल (Himachal Latest News) कांग्रेस कमेटी 178 दिन से भंग है जिससे संगठन की अंदरूनी खींचतान उजागर हुई है। नए अध्यक्ष और कार्यकारिणी (Himachal Politics) के गठन को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। इस बार परंपरा बदलते हुए एक ही धड़े से अध्यक्ष और मुख्यमंत्री बन सकते हैं। 15 मई तक प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल शिमला आ सकती हैं।

    Hero Image
    हिमाचल में आपसी खींचतान से नहीं बन रही कांग्रेस की कार्यकारिणी।

    राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल (Himachal Politics) में 178 दिन से प्रदेश कांग्रेस कमेटी सहित जिला व ब्लॉक कमेटियां भंग हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह पर ही संगठन की जिम्मेदारी है।

    सूत्रों की मानें तो कमेटी के गठन में देरी संगठन की अंदरूनी खींचतान की वजह से हो रही है। अब कार्यकारिणी के गठन के साथ ही राज्य अध्यक्ष पद पर तैनाती को लेकर भी चर्चा आरंभ हो गई है।

    सभी को चौंका सकती है हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति

    संगठन सूत्रों के मुताबिक इस बार राज्य अध्यक्ष की नियुक्ति सभी को चौंका सकती है। नई नियुक्ति में पुरानी परंपरा को कांग्रेस बदल सकती है। कांग्रेस की परंपरा के अनुसार मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष अलग-अलग धड़ों से ही बनते आए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ें- बेरोजगार युवाओं की हिमाचल सरकार को दो टूक, सचिवालय घेराव करने की दी चेतावनी; क्या है मांगे?

    इस बार यह परंपरा बदल सकती है व एक ही धड़े को अधिमान मिल सकता है। इसके लिए नेताओं के नाम पर मंथन चला हुआ है। बीते रोज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने दिल्ली में पार्टी प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल से बैठक की है।

    15 मई तक रजनी पाटिल आएंगी शिमला

    प्रतिभा सिंह आज शिमला लौटेंगी। 15 मई तक रजनी पाटिल भी शिमला आ सकती हैं। कार्यकारिणी न होने की वजह से कार्यकर्ता मायूस हैं। बिलासपुर में प्रदेश अध्यक्ष की बैठक इसका बड़ा उदाहरण है। हाईकमान अब चाहता है आपसी विवाद को सुलझाकर नई कार्यकारिणी का जल्द एलान कर दिया जाए।

    कांग्रेस की इस महीने संविधान बचाओ रैलियां भी आयोजित होनी हैं। रैलियों में भीड़ जुटाने का पूरा दारोमदार कांग्रेस पदाधिकारियों पर रहता है। जब कार्यकारिणी ही नहीं है, तो भीड़ कैसे जुटेगी, यह बड़ी चुनौती है। हाईकमान को भी इसकी जानकारी है। संगठन के गठन में हो रही देरी से अंदरखाते कई नेताओं व कार्यकर्ताओं में भी चर्चाओं का माहौल गर्म है।

    अध्यक्ष पद के लिए ये वरिष्ठ नेता भी रेस में

    अध्यक्ष पदों के लिए वरिष्ठ नेताओं के नाम भी सुझाए हैं। इनमें रामलाल ठाकुर, आशा कुमारी सहित अन्य नेता शामिल हैं। दूसरी तरफ युवाओं को कमान सौंपने का तर्क भी दिया है। इनमें अनिरुद्ध सिंह, संजय अवस्थी, सुरेश कुमार का नाम शामिल है।

    कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह का तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका है। उन्होंने कार्यकाल के दौरान पुरानी कार्यकारिणी के साथ ही काम किया। अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि कब कार्यकारिणी का गठन होता है।

    यह भी पढ़ें- हिमाचल में सुक्खू की मजबूत सरकार में मंत्रियों ने क्यों बनाया दबाव, क्या है राजनीतिक औचित्य?

    comedy show banner
    comedy show banner