खुशखबरी! JEE और NEET की कोचिंग फ्री, हिमाचल के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मिला मौका
हिमाचल प्रदेश में समग्र शिक्षा अभियान और अवंती फेलोज के सहयोग से चलाए जा रहे एसटीएआरएस कार्यक्रम के तहत शिमला में आयोजित 8 दिवसीय विंटर बूट कैंप फॉर ज ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Free Coaching: हिमाचल प्रदेश में समग्र शिक्षा अभियान व अवंती फेलोज के सहयोग से चलाए जा रहे एसटीएआरएस( स्ट्रेंथनिंग आफ टीचिंग लर्निंग एंड रिजल्ट फॉर स्टेटस) कार्यक्रम के तहत शिमला में चल रहे 8 दिवसीय 'विंटर बूट कैंप फॉर जेईई/नीट' का मंगलवार को समापन हो गया है।
इस कैंप के आयोजन का दायित्व डाइट शिमला को प्रदान किया गया था। इस कैंप में प्रदेश के विभिन्न सरकारी स्कूलों के 75 बच्चों को नीट व जेई की कोचिंग दी गई। इसमें 44 जेई और 31 बच्चे नीट के शामिल थे। इनका चयन अवंती फेलोस द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय परीक्षा के बाद किया गया था।
10 फरवरी से शुरू हुआ कैंप
शिमला में यह कैंप दो अलग-अलग स्थानों पर 10 फरवरी से शुरू हुआ था। जिसमें जेईई की कोचिंग के लिए चयनित 44 बच्चों को कैंप सेंटर फार साइंस लर्निंग एंड क्रिएटिविटी (सीएसएलसी) यानी साइंस म्यूजियम शोघी में कोचिंग दी गयी। जबकि नीट के लिए चुने गए 31 बच्चों का कैंप समेटी, मशोबरा में कोचिंग दी गयी।
इसमें समग्र शिक्षा की सहयोगी संस्था अवंती फेलो के उच्च शिक्षित ट्रैनर्स ने बच्चों को नीट व जेई के अलग अलग विषयों को पढ़ाया। अवंति फेलोस ने बच्चों को परीक्षा से जुड़ें स्लैबस व मॉक प्रश्न पत्र भी मुहैया करवाए।
पहले, दूसरे और तीसरे नंबर पर रहे ये बच्चे
कैंप के आखरी दिन बच्चों की परीक्षा आयोजित की गई। जिसमें नीट में मयंक प्रथम, हिमानी द्वितीय और रोहन तीसरे स्थान पर रहे। वहीं, जेईई में आरव प्रथम, उज्ज्वल द्वितीय और रिद्धिमा तीसरे स्थान पर रहे।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संजीव कुमार,अवंति फेलो से उनकी संस्थापक वंदना गोयल व अवंती के सहयोग से तैयारी करके आइजीएमसी में एमबीबीएस की पढ़ाई कर तनवी विशेष रूप से उपस्थित रही।
तनवी ने बच्चों के साथ अपनी नीट क्लियर करने की यात्रा को साझा किया। कि कैसे सरकारी स्कूल से पढ़कर उन्होंने भी यह एग्जाम को क्लियर किया।
वहीं, अंत में कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार के आशीर्वाद व समग्र शिक्षा के निदेशक डॉ. राजेश शर्मा के मार्गदर्शन में स्टार्स कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कैंप के बाद बच्चों में काफी उत्साह हैं। यह बच्चे प्रशिक्षित होकर अपनी वार्षिक परीक्षा और प्रतियोगी परीक्षा में निश्चित तौर पर बेहतर प्रदर्शन करेंगे। शिमला में यह बूटकेंप मशोबरा व शोघी में 8 दिनों तक चला।

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