शुष्क ठंडी हवाओ ने बढ़ाया मर्ज
राजधानी शिमला सहित पूरे प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। सुबह-शाम शुष्क ठंडी हवाएं चलने से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है।
शिमला [जेएनएन] : राजधानी शिमला सहित पूरे प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। सुबह-शाम शुष्क ठंडी हवाएं चलने से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। इस वजह से लोग बीमार पड़ रहे है। विशेषकर स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। नवंबर में इस तरह की सर्दी शीघ्र बर्फबारी के संकेत दे रही है। हालांकि अधिक ऊंचाई वाले कुछ क्षेत्रों ने अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में हुई बारिश के साथ ही बर्फ की चादर ओढ़ ली है। नवंबर के पहले सप्ताह में ही राज्य का न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। विभाग के अनुसार दो दिन में मौसम के तेवर कड़े रहेंगे। ऐसे में राज्य के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश की बौछारो के साथ हल्का हिमपात होने की संभावना है।
पढ़ें: धर्मशाला, शिमला की साफ बयार, परवाणू पर मार
कुछ वर्ष के आंकड़ो पर नजर दौड़ाएं तो ऐसी ठंड नवंबर के तीसरे सप्ताह में होती थी। इस बार अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जलाशय जमने शुरू हो गए है। जम्मू-कश्मीर में पश्चिमी हवाओं के सक्रिय होने से हिमाचल के मौसम में परिवर्तन आया है। हालांकि बारिश नहीं हुई लेकिन अधिकांश क्षेत्रों में हल्के बादल छाए रहे। इस वजह से दिन में भी ठिठुरन बनी रही।
पढ़ें: दूषित हुई देवभूमि की नदियां
शुक्रवार को शिमला में दिनभर धूप-छांव का सिलसिला जारी रहा। चौबीस घंटे के दौरान प्रदेश के न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान में कोई उल्लेखनीय परिवर्तन नहीं आया है। प्रदेश का अधिकतम तापमान बरठी में 30.6 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान केलंग में 0.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।