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    'गांधी सरनेम से क्या दिक्कत है...', मनरेगा का नाम बदलने पर बवाल, शिमला में कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन

    Updated: Mon, 29 Dec 2025 02:13 PM (IST)

    शिमला में कांग्रेस ने मनरेगा का नाम बदलने और योजना को कमजोर करने के विरोध में रिज मैदान पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने सांकेतिक प्रदर्शन किया। म ...और पढ़ें

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    मनरेगा का नाम बदलने के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन

    जागरण संवाददाता, शिमलाशिमला में कांग्रेस ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MANREGA) का नाम बदलकर विकसित भारत जी राम जी (VB-G RAM G ) किए जाने पर विरोध जताया। कांग्रेस नेताओं ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में रिज मैदान पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने सांकेतिक प्रदर्शन किया।

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    बदले की भावना से काम कर रही बीजेपी: CM

    सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा बदले की भावना के साथ काम कर रही है। भाजपा सरकार देश के इतिहास से छेड़छाड़ कर रही है। कांग्रेस के शासनकाल में शुरू की गई जन कल्याणकारी योजनाओं को नाम बदलने के साथ उनमें संशोधन कर उसे कमजोर करने का काम किया जा रहा है।

    'देश से गांधी की पहचान मिटाने की साजिश'

    मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा का नाम बदलना भाजपा की संकीर्ण सोच को दर्शाता है। मनरेगा का सिर्फ नाम ही नहीं बदला, बल्कि इसकी गारंटी को भी सरकार ने खत्म कर दिया है। केंद्र सरकार देश से महात्मा गांधी की पहचान मिटाने का काम कर रही है। यही कारण है कि कांग्रेस के समय में शुरू मनरेगा योजना से उन्होंने महात्मा गांधी का नाम हटा दिया।   

    'केंद्र सरकार को गांधी सरनेम से दिक्कत है'

    वहीं, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने केंद्र सरकार की मंशा पर ही सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि मनरेगा का नाम बदलना देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान है। केंद्र सरकार को गांधी सरनेम से दिक्कत है, इसलिए मनरेगा का नाम बदला गया। यह कानून गरीबों को कुचलने और उन्हें दबाने के लिए है। मनरेगा सिर्फ योजना नहीं थी, यह अधिकारों का सिद्धांत था।

    सीएम सुक्खू की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन

    शिमला में रिज पर लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष विनय कुमार, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी और विधायक चंद्रशेखर सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।