हिमाचल में हुई पहली रोबोटिक सर्जरी, बेटा बोला- पिता को मिला सटीक इलाज; CM सुक्खू ने किया उद्घाटन
शिमला के चमियाणा स्थित अटल सुपर स्पेशिलिटी आयुर्विज्ञान संस्थान में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा शुरू हो गई है जिससे मरीजों को अब अन्य राज्यों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस सुविधा का उद्घाटन किया। पहले दिन खलीणी निवासी महेंद्र पाल की प्रोस्टेट की रोबोटिक सर्जरी हुई।

जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश में सुपर स्पेशिलिटी सुविधाएं न होने के कारण मरीजों को अन्य राज्यों में जाना पड़ता था। इसमें समय और धन भी अधिक खर्च होता था। अब मरीजों को शिमला के चमियाणा स्थित अटल सुपर स्पेशिलिटी आयुर्विज्ञान संस्थान में ही रोबोटिक सर्जरी की सुविधा मिलेगी।
सोमवार को खलीणी निवासी 67 वर्षीय महेंद्र पाल की प्रोस्टेट की पहली रोबोटिक सर्जरी हुई। महेंद्र पाल के बेटे ईविश ग्रोवर ने कहा, रोबोटिक सर्जरी से पिता का सटीक व सफल ऑपरेशन हुआ है। प्रदेश सरकार के प्रयास से शिमला में ही विश्वस्तरीय तकनीक से ऑपरेशन हो रहे हैं। इस ऑपरेशन से दर्द भी कम हो रहा है।
सोमवार को पहले दिन रोबोटिक सर्जरी से दो ऑपरेशन किए गए। पहला ऑपरेशन महेंद्र पाल का प्रोस्टेट और दूसरा किडनी ट्यूमर से पीड़ित शीला देवी का किया गया। सुबह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रोबोटिक सर्जरी सुविधा का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ऑपरेशन थियेटर में भी गए और करीब आधे घंटे तक रुके। उन्होंने रोबोटिक सर्जरी की प्रक्रिया को भी देखा। अस्पताल में सुबह 9:30 बजे प्रोस्टेट का पहला ऑपरेशन आरंभ हुआ जो 12 बजे समाप्त हुआ। दूसरा ऑपरेशन दो घंटे में किया गया। इस सर्जिकल टीम का नेतृत्व संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ के यूरोलाजी विभाग के प्रमुख डा. अनंत कुमार ने किया।
चमियाणा अस्पताल से यूरोलाजी विभागाध्यक्ष डा. पंपोष रैना और डा. पवन कौंडल भी टीम में शामिल रहे। डा. अनंत कुमार एम्स जैसे संस्थानों में रोबोटिक सर्जरी का प्रशिक्षण ले चुके हैं। चमियाणा अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) डा. सुधीर शर्मा ने बताया कि अस्पताल में दो रोबोटिक सर्जरी सफल रही हैं।
रोबोटिक सर्जरी अभी दो डाक्टर कर रहे हैं। समय के साथ ये कम भी हो सकते है। सामान्य में भी इतने की जरूरत होती है। प्रोस्टेट की रोबोटिक सर्जरी में 80 हजार से एक लाख रुपये का खर्च आता है, लेकिन अस्पताल में अभी इसके दाम तय नहीं किए गए हैं। कुछ समय में दाम तय होंगे। सामान्य सर्जरी करने में भी 60 से 80 हजार रुपये खर्च आता है।
सामान्य व रोबोटिक सर्जरी में अंतर रोबोटिक सर्जरी में मरीजों को 24 घंटे में छुट्टी दी जाती है। हालांकि चमियाणा अस्पताल में पहली रोबोटिक सर्जरी की है। इस कारण मरीजों को 48 घंटे तक अस्पताल में रखा जाएगा।
सामान्य सर्जरी में चार से पांच दिन रखा जाता है। ऑपरेशन का समय दोगुना लगता था। रोबोटिक सर्जरी में मरीज को कम दर्द होता है। इस सर्जरी को छोटा चीरा देकर किया जाता है। सामान्य सर्जरी में अधिक चीरा देना पड़ता है। रोबोटिक सर्जरी में खून की जरूरत नहीं होती, लेकिन सामान्य में होती है।
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