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    Eid-Ul-Fitr 2024: हिमाचल में ईद की धूम, एक दूसरे को गले लगा लोगों ने दी मुबारकबाद; जानें क्‍यों मनाया जाता है ये पर्व

    Updated: Thu, 11 Apr 2024 02:44 PM (IST)

    Eid-Ul-Fitr 2024 हिमाचल प्रदेश में ईद की धूम देखी गई। लोगों ने नए कपड़े पहनकर एक दूसरे के गले लग मुबारकबाद दी। मिठाइयों रेडीमेड कपड़ों व श्रृंगार का सामान बेचने वाली दुकानों पर सारा दिन भीड़ लगी रही। नेरवा कीमा चंद्रावली तरशानु व कुमड़ा की मस्जिदों में भारी संख्या में लोगों ने नमाज अदा की। जिसे अरबी भाषा में सलात-अल-ईद की नमाज कहते हैं।

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    हिमाचल में ईद की धूम, एक दूसरे को गले लगा लोगों ने दी मुबारकबाद

    जागरण संवाददाता, नेरवा। Eid-Ul-Fitr 2024: आज पूरा भारत ईद उल-फितर पर्व मना रहा है। हिमाचल प्रदेश में भी बड़ी धूमधाम के साथ लोगों ने इस पर्व को मनाया। चौपाल उपमंडल में सुबह से ही बाजारों में चहल पहल देखने को मिली। मुस्लिम समुदाय के लोग नए कपड़े पहनकर एक दूसरे को गले लगाकर मुबारकबाद देते नजर आए। महिलाओं ने इस अवसर पर जमकर खरीदारी की।

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    दुकानों पर लगी रही भीड़

    मिठाइयों, रेडीमेड कपड़ों व श्रृंगार का सामान बेचने वाली दुकानों पर सारा दिन भीड़ लगी रही। नेरवा, कीमा चंद्रावली, तरशानु व कुमड़ा की मस्जिदों में भारी संख्या में लोगों ने नमाज अदा की। जिसे अरबी भाषा में सलात-अल-ईद की नमाज कहते हैं। कुठाड़ स्थित मदरसे में नमाजियों की सबसे अधिक भीड़ रही।

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    रमजान के महीने का विशेष महत्‍व

    मुस्लिम समुदाय में रमजान के महीने का विशेष महत्व है। पवित्र माने जाने वाले रमजान के महीने में लगातार 30 दिन रोजे रखने के बाद ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है। यह पर्व इस्लामी कैलेंडर के दसवें महीने शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है। इस्लामी कैलेंडर के सभी महीनों की तरह यह महीना भी नए चांद के दिखने पर शुरू होता है। माना जाता है मुस्लिम समुदाय ने 624 ईसवी में पहली बार मीठी ईद मनाई थी।

    क्‍यों कहा जाता है मीठी ईद?

    मक्का से पैगंबर हजरत मोहम्मद के प्रवास के बाद पवित्र शहर मदीना से ईद का पर्व मनाने की परंपरा शुरू हुई थी। इसके अलावा यह भी माना जाता है कि पैगंबर हजरत मोहम्मद ने बद्र की लड़ाई में फतह भी हासिल की थी। इस जीत की खुशी में अपने अनुयायियों का मुंह मीठा करवाया था। इसी कारण इस दिन को मीठी ईद या फिर ईद-उल-फितर कहा जाता है।

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