हिमाचल में डॉक्टरों का आंदोलन स्थगित
हिमाचल प्रदेश में सरकारी डॉक्टरों ने प्रदेश सरकार से मांगों को पूरा करने का आश्वासन मिलने के बाद अपनी हड़ताल एक महीने के लिए स्थगित कर दी है।
शिमला [जेएनएन]: प्रदेश सरकार से मांगों को पूरा करने का आश्वासन मिलने के बाद हिमाचल प्रदेश में डॉक्टरों ने अपना आंदोलन एक महीने के लिए स्थगित कर दिया है। हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के पदाधिकारियों की मुख्य सचिव वीसी फारका के साथ सोमवार को बैठक हुई। करीब एक घंटे तक चली बैठक में मुख्य सचिव ने डॉक्टरों की मांगों पर चर्चा की और उन्हें जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया।
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बैठक में भाग ले रहे डॉक्टर संतुष्ट नहीं हुए तो वे मुख्यमंत्री से मिलने पहुंच गए। मुख्यमंत्री ने डॉक्टरों से कहा कि उनकी सुरक्षा के लिए गैर जमानती कानून को जल्द कैबिनेट में पेश किया जाएगा। यहां से मंजूरी मिलने के बाद विधानसभा में बजट सत्र के दौरान पेश कर दिया जाएगा। इसके अलावा मंत्रिमंडल की बैठक में डॉक्टरों की 4-9-14 को मांग को भी उठाया जाएगा। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद पदाधिकारियों ने सोमवार शाम को पांच बजे बैठक की। इसके बाद हड़ताल को समाप्त करने की बजाय उसे स्थगित करने का निर्णय लिया है।
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डॉक्टर 23 जनवरी से मांगों के संबंध में आंदोलन कर रहे थे। करीब 14 दिन के बाद आंदोलन को एक महीने का विराम दिया गया है। हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. जीवानंद चौहान ने कहा कि उनकी मांगों को एक माह में पूरा करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने ऊना के डॉक्टर की मौत की जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपने के लिए वहां के पुलिस अधिकारी को दिशा निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि आंदोलन को समाप्त नहीं किया है, बल्कि माह के लिए स्थगित किया है। मुख्यमंत्री ने साक्षात्कार के माध्यम से 100 पद भरने और कमीशन के माध्यम से भी 50 से अधिक पदों निकालने का आश्वासन दिया है।
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सरकार ने कहा, पूरी होंगी डॉक्टरों की मांगें
डॉक्टरों ने मांगें मनवाने के लिए जो तरीका अपनाया वह सही नहीं था। डॉक्टरों की हड़ताल अवैध थी। उनकी मुख्य मांग मेडिपर्सन एक्ट को गैरजमानती बनाने के लिए कैबिनेट में लाया ला रहा है। डॉक्टरों की अन्य मांगें भी पूरी की जाएंगी।-वीरभद्र सिंह, मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश।