इंडियन टेक्नोमेक घोटाला: 6000 करोड़ के कर कर्ज घोटाले में अगली चार्जशीट जल्द
Indian Technomac Scam इंडियन टेक्नोमेक कंपनी के के कर कर्ज घोटाले में सीआइटी अगली चार्जशीट दाखिल करेगी नाहन के कोर्ट में ये तीसरी चार्जशीट होगी।
शिमला, राज्य ब्यूरो। इंडियन टेक्नोमेक कंपनी से जुड़े छह हजार करोड़ के कर-कर्ज घोटाले में स्टेट सीआइडी एक और चार्जशीट दाखिल करेगी। जांच एजेंसी को आबकारी एवं कराधान विभाग के सहायक आयुक्त (एईटीसी) आरडी जनारथा और सेवानिवृत्त ईटीओ टेकचंद के खिलाफ अभियोजन की मंजूरी मिल गई है, जबकि तीन तत्कालीन इंस्पेक्टर (अब ईटीओ) तीन चपरासी के खिलाफ अभियोजन मंजूरी से जुड़ी फाइल सरकार के पास लंबित है। मंजूरी मिलते ही नाहन की कोर्ट में तीसरी चार्जशीट दाखिल होगी।
सीआइडी सूत्रों के अनुसार पांवटा में कंपनी की फैक्टरी में कच्चे और तैयार माल को लेकर बड़ा खेल खेला जाता था। आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से रिकॉर्ड में उत्पादन ज्यादा दर्शाया जाता था। जांच में यह बात साबित हुई है कि कंपनी अफसरों को पैसा देती थी। सिरमौर जिले में बैरियरों पर जिन अधिकारियों की ड्यूटी होती थी, वे जाली रिकॉर्ड तैयार करने में मदद करते थे। कंपनी ज्यादा उत्पादन इसलिए दर्शाती थी, ताकि बैंकों से इसके आधार पर कर्ज लिया जा सके। कुछ कच्चा माल ओडिशा से भी लाया गया। वहां सीआइडी की टीम जांच करने गई थी।
वहां से खनन विभाग और अन्य स्थानों से मिली जानकारियों को भी चार्जशीट का हिस्सा बनाया जा रहा है। कंपनी के दो निदेशकों को भी जांच में शामिल किया गया, उनसे पूछताछ भी की गई है। इनमें से एक निदेशक की सीआइडी को तलाश है। वह हिमाचल हाईकोर्ट से जमानत पर है।
क्या है मामला
आबकारी एवं कराधान विभाग की इकोनॉमिक इंटेलीजेंस यूनिट ने 2014 में इंडियन टेक्नोमेक कंपनी की गड़बड़ियों को पकड़ा। तीन साल तक यह मामला हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में चलता रहा। दो साल से हिमाचल हाईकोर्ट केस चल रहा है। सीआइडी ने इस पूरे मामले की गहनता से जांच की। जांच में पाया कि कंपनी ने बड़ा घोटाला किया। दो चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो चुकी हैं। मुख्य आरोपित आरके शर्मा विदेश में छिपा हुआ है। उसे इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है।
घोटाले की तीसरी चार्जशीट जल्द दाखिल होगी। सीआइडी ने गहन जांच की है। एक चार्जशीट बिजली बिलों केगड़बड़झाले को लेकर भी दायर की गई थी। बैंकों से लिए गए कर्ज में कहां-कहां निवेश किया, इसकी ईडी अलग से जांच कर रही है।
-संदीप धवल, एसपी एवं सीआइडी की एसआइटी के मुखिया
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