छात्रवृति घोटाले में CBI के रडार पर आए कई और निजी संस्थान, 30 मई को दायर करेगी स्टेटस रिपोर्ट
छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआई ने हिमाचल प्रदेश में अपनी जांच तेज कर दी है। 30 मई को अदालत में स्टेटस रिपोर्ट पेश की जाएगी। जांच के दायरे में अब और संस्थान आ सकते हैं। सीबीआई अलग-अलग चरणों में जांच कर रही है जिसमें छात्रवृत्ति में अनियमितताओं की जांच शामिल है। 11 संस्थानों के खिलाफ जांच चल रही है और अनियमितता पाए जाने पर मामला दर्ज हो सकता है।

राज्य ब्यूरो, शिमला। छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआई ने अपनी जांच तेज कर दी है। सीबीआई 30 मई को अदालत में अपनी स्टेटस रिपोर्ट दायर करेगी। जांच के दायरे में अब कुछ और संस्थान आ सकते हैं। दरअसल सीबीआई इस मामले में अलग अलग चरण की जांच कर रही है।
पहले चरण में 95 लाख से अधिक छात्रवृति पाने वाले संस्थानों का रिकॉर्ड जांचा गया। दूसरे चरण 50 लाख से 94 लाख तक की छात्रवृति पाने वाले संस्थानों की जांच की गई। इसमें अनियमितता मिलने पर बीते रोज 6 एफआईआर दर्ज की गई है।
11 संस्थानों के खिलाफ चल रही जांच
सूत्रों की माने तो अब तीसरे चरण में 50 लाख से कम छात्रवृति पाने वाले संस्थानों को भी जांचा जाएगा। इन संस्थानों के पूरे दस्तावेज जांचे जाएंगे कि छात्रवृति में कहीं अनियमितता तो नहीं है। बीते रोज दर्ज छह एफआइआर दर्ज की गई है। सूत्रों के मुताबिक 11 संस्थानों के खिलाफ अभी भी जांच चल रही है। इनमें यदि कोई अनियमितता पाई जाती है तो उन पर भी मामला दर्ज हो सकता है।
2019 से जांच कर रही सीबीआई
छात्रवृति घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। राज्य सरकार ने वर्ष 2019 में सीबीआई को यह मामला सौंपा था। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग व अति पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं के तहत बांटी गई छात्रवृत्ति की राशि को गलत तरीके से कुछ संस्थानों ने अन्य के साथ मिलीभगत कर हड़प लिया। इस मामले में कई बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों की संलिप्तता भी सामने आ चुकी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।