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Lok Sabha Election 2024: हिमाचल में अब छह नहीं नौ विस क्षेत्रों में उपचुनाव, निर्दलीय विधायकों के इस्‍तीफे ने बदला खेल

Lok Sabha Election 2024 हिमाचल प्रदेश में अब छह नहीं नौ विस क्षेत्रों में उपचुनाव होंगे। तीन निर्दलीयों ने इस्‍तीफा देकर खेल बदल दिया है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने लोकसभा के चुनावों के साथ हिमाचल में 6 विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव करने का एलान कर दिया है। एक जून को हिमाचल में लोकसभा के चुनाव के साथ इन विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव भी होने हैं।

By rohit nagpal Edited By: Himani Sharma Published: Fri, 22 Mar 2024 10:03 PM (IST)Updated: Fri, 22 Mar 2024 10:03 PM (IST)
हिमाचल में अब छह नहीं नौ विस क्षेत्रों में उपचुनाव

जागरण संवाददाता, शिमला। Lok Sabha Election 2024: हिमाचल में हुए वर्तमान घटनाक्रम के बाद अब विधानसभा उप चुनाव 6 की बजाय 9 विधानसभा सीटों पर होने की उम्मीद बंद गई है।

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शुक्रवार को हिमाचल के तीन निर्दलीय विधायकों ने अपना त्यागपत्र विधानसभा के सचिव को सौंप दिया है। इसके बाद इन्होंने इसकी प्रति राज्यपाल और विधानसभा के अध्यक्ष को उनके निवास स्थान पर जाकर भी सौंप दिया है। इस घटनाक्रम के बाद हिमाचल में 68 में से 9 विधानसभा क्षेत्र खाली हो गए हैं।

हिमाचल में 6 विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव करने का एलान

केंद्रीय चुनाव आयोग ने लोकसभा के चुनावों के साथ ही हिमाचल में 6 विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव करने का एलान कर दिया है। एक जून को हिमाचल में लोकसभा के चुनाव के साथ इन 6 विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव भी होने हैं। प्रदेश में 6 विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस के विधायकों को अयोग्य घोषित करने के बाद खाली हुए हैं।

इन पर आरोप है कि इन्होंने पार्टी की ओर से व्हिप जारी होने के बावजूद सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष की ओर से इन पर कार्रवाई करते हुए उनके सदस्यता को अयोग्या करार दिया। विधानसभा से उनकी सदस्य खत्म कर दी।

यहां से शुरू हुआ पूरा मामला

हिमाचल प्रदेश में 27 फरवरी को राज्यसभा का चुनाव था। राज्यसभा के चुनाव में कांग्रेस में देश के वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी को प्रत्याशी बनाया। भाजपा ने हर्ष महाजन को प्रत्याशी के तौर पर उतारा। उस समय हिमाचल विधानसभा के आंकड़ों पर गौर करें तो कांग्रेस के पास 40 भाजपा के पास 25 और 3 निर्दलीय विधायक थे। ऐसे में किसी भी स्थिति में भाजपा उसे समय जीती हुई नजर नहीं आ रही थी।

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समय के साथ पार्टी की ओर से रचा गया चक्रव्यूह और कांग्रेस के बराबर ही वोट राज्यसभा चुनावों में भाजपा ने हासिल कर लिए। इसके बाद राज्यसभा चुनाव के नियमों के मुताबिक पर्ची निकली गई। इसमें नियमों के तहत जिस भी प्रत्याशी की पर्ची निकलकर आती है, उसे हारा हुआ घोषित किया जाता है। इसमें कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी की पर्ची निकाली और भाजपा के प्रत्याशी हर्ष महाजन को विजेता घोषित किया गया।

छह कांग्रेसी विधायकों ने की थी क्रास वोटिंग

इसमें कांग्रेस के छह विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की और भाजपा के प्रत्याशी को मतदान किया। इसमें खास बात ये रही कि इन सभी ने पार्टी के अधिकृत एजेंट को दिखाने के बाद पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ मतदान किया। इसके बाद से हिमाचल में यह राजनीतिक घटनाक्रम पूरी तरह से शुरू हो गया , ये आज तक थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इसमें आगे क्या होगा इस पर सबसे ज्यादा राजनीतिक चर्चा हो रही है।


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