शिमला: एस्मा के बावजूद प्रदेशभर में हड़ताल पर उतरे एंबुलेंस कर्मचारी, किन मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे?
शिमला में, एस्मा लागू होने के बावजूद, पूरे प्रदेश में एंबुलेंस कर्मचारी हड़ताल पर उतर गए हैं। कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे ह ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, शिमला। प्रदेशभर में 108 एवं 102 एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन दो दिन की हड़ताल पर चली गई है। सीटू के बैनर तले प्रदेश में कार्यरत सैकड़ों कर्मचारी श्रम कानूनों व न्यायिक आदेश को लागू करने, न्यूनतम वेतन व प्रताड़ना बंद करने सहित अन्य मांगों के समाधान के लिए 27 दिसंबर की शाम आठ बजे हड़ताल पर रहेंगे।
इस दौरान प्रदेशभर में एंबुलेंस सेवाएं बाधित रहेंगी। कर्मचारियों को हड़ताल पर न जाने के लिए एस्मा लगाया गया है। हड़ताल के दौरान दोनों दिन जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन होंगे। वहीं शिमला में नेशनल हेल्थ मिशन प्रबंध निदेशक कार्यालय व सोलन के धर्मपुर में मेडस्वान कंपनी मुख्यालय पर प्रदर्शन होगा। यूनियन ने चेतावनी दी कि अगर मांगें नहीं मानी तो निर्णायक संघर्ष होगा।
कर्मचारियों को प्रताड़ित किया तो यूनियन के आह्वान पर इससे भी बड़ी हड़ताल की जाएगी। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, महासचिव प्रेम गौतम व यूनियन अध्यक्ष सुनील कुमार ने कहा कि मुख्य नियोक्ता नेशनल हेल्थ मिशन के तहत कार्यरत मेडस्वान फाउंडेशन के अधीन काम कर रहे सैकड़ों पायलट, कैप्टन व ईएमटी कर्मचारी शोषण का शिकार हो रहे हैं। उन्हें न्यूनतम वेतन तक नहीं मिलता है, 12 घंटे ड्यूटी करवाई जाती है परंतु ओवरटाइम का भुगतान नहीं किया जाता है। यूनियन के माध्यम से आवाज बुलंद करते हैं तो उन्हें प्रताड़ित किया जाता है।

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