सावधान! हिमाचल में पानी का बिल न देने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती
शिमला में पानी का बिल न भरने वालों के खिलाफ जल प्रबंधन निगम सख्त कार्रवाई कर रहा है। पिछले महीने 34 लाख रुपये और पिछले साल 4 करोड़ रुपये की वसूली की गई है। बिना मीटर के पानी इस्तेमाल करने वालों को 10 साल तक का औसत बिल भेजा जाएगा। पूरे शहर में सर्वे हो रहा है ताकि ऐसे कनेक्शनों की पहचान हो सके और बकाया बिल वसूला जा सके।

जागरण संवाददाता, शिमला। शहर में सालों से पानी के पीने और बिल न देने वालों के खिलाफ अब शिमला जल प्रबंधन निगम ने कार्रवाई तेज कर दी है। शिमला जल प्रबंधन निगम ने पिछले महीने ही ऐसे भवन मालिकों को तलाश कर उनसे 34 लाख रुपये की बिलों की रिकवरी की है। इसके साथ ही निगम प्रशासन ने पिछले साल में 4 करोड़ की रिकवरी ऐसे भवन मालिकों से की है।
बिना बिल के कर रहे थे पानी का प्रयोग
निगम प्रशासन का मानना है कि इन लोगों ने पानी के कनेक्शन दिए थे लेकिन इसकी मीटिंरिंग नहीं करवाने के कारण बिना किसी बिल के ही पानी का इस्तेमाल कर रहे थे। इसलिए अब कंपनी की ओर से ऐसे भवन मालिकों को 10 साल तक की के औसत बिल जारी किया जाएगा। इसमें पुराने बिल की रिकवरी भी की जाएगी।
बिना मीटर के पानी का इस्तेमाल कर रहे कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि उनका पानी का कनेक्शन अभी लगा है, उनका मकान बाद में बना है। इसमें दस्तावेज दिखाने पर ही जब से पानी का कनेक्शन लगा है, इस समय से पानी का बिल वसूला जा रहा है। कंपनी का मानना है कि पहले यह पूरा काम नगर निगम देख रहा था।
उस समय शहर में इस तरफ किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। अब शिमला जल प्रबंधन निगम की ओर से इसका सर्वे पूरे शहर में करवाया जा रहा है. इस सर्वे में जिन लोगों के पानी के कनेक्शन बिना मीटर के पाए जा रहे हैं. उनसे पिछली रिकवरी के बाद पाया जा रहा है कि काफी लोग बिना बिल के ही पानी पी रहे थे। ऐसे सभी लोगों से पिछली रिकवरी भी की जाती है।
कनेक्शन तलाशने पर होगी बिल की वसूली
कंपनी के प्रबंध निदेशक वीरेंद्र ठाकुर ने कहा कि ऐसे सभी कनेक्शनों को तलाशने का काम किया जा रहा है। इन कनेक्शन को तलाशने के बाद बिल की वसूली की जाएगी। कंपनी ने पूरे शहर में इसके लिए सर्वे शुरू किया है। इस सर्वे में जिनके घर बिना मीटर के पाए जा रहे हैं। उन सभी के ये वसूली की जा रही है।

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