Himachal News: शिमला में 17 मंजिला भवन का होगा निर्माण, नगर निगम ने नक्शा किया पास; मिलेंगी यह सुविधाएं
शिमला में सबसे ऊंचे भवन के निर्माण को नगर निगम शिमला की सिंगल अंब्रेला कमेटी ने मंजूरी दे दी है। हिमुडा द्वारा जमा करवाए गए नक्शे को पास कर दिया गया है। विजयनगर में बनने वाले इस 17 मंजिला भवन में अस्पताल व्यावसायिक स्थल पार्किंग (500-700 गाड़ियां) सरकारी एवं निजी कार्यालय और शॉपिंग मॉल होंगे। कैबिनेट ने पहले ही इस प्रोजेक्ट को स्वीकृति दे दी थी।

जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी शिमला के सबसे ऊंचे भवन को बनाने की नगर निगम शिमला की सिंगल अंब्रेला कमेटी से स्वीकृति मिल गई है। सरकार ने पहले ही कैबिनेट बैठक में इसे स्वीकृति दे दी थी। वीरवार को इस भवन को बनाने के लिए हिमुडा (हिमाचल प्रदेश हाउसिंग एंड अर्बन डेवेलपमेंट अथॉरिटी) की ओर से जमा करवाए नक्शे को सिंगल अंब्रेला कमेटी ने पास कर दिया।
इसके लिए निगम की कमेटी को सरकार से पहले ही हर तरह की इस नक्शे की मंजूरी के लिए आवश्यक छूट देने की राहत दे दी गई थी। वीरवार को नगर निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में 47 भवनों के नक्शे स्वीकृति के लिए लाए गए। इसमें से 42 भवनों के नक्शों को मंजूरी दी गई। पांच नक्शों के मामले में अतिरिक्त दस्तावेज मांगे गए हैं।
शिमला के विजयनगर में बनने वाले भवन में 17 मंजिल बननी हैं। इसमें अस्पताल से लेकर अन्य व्यावसायिक स्थलों को भी स्थान मुहैया करवाने के साथ वाहन पार्क करने की सुविधा होगी। इस परिसर में जहां 500 से 700 गाड़ियों की पार्किंग उपलब्ध होगी, वहीं सरकारी एवं निजी कार्यालय के दफ्तर भी इसी परिसर में होंगे।
इसके लिए शापिंग मॉल की भी व्यवस्था होगी। इस कॉम्प्लेक्स में 14 से 17 मंजिल होंगी। अभी तक दिल्ली और चंडीगढ़ सहित देश के महानगरों में ही मल्टीस्टोरी परिसर दिखते हैं।
अब शिमला में भी लोग ऐसा ही बहुमंजिला परिसर देख सकेंगे। इसमें व्यावसायिक दुकानों से लेकर शोरूम बनाए जाने प्रस्तावित हैं। कैबिनेट में पांच मई को हिमुडा के अधिकारियों ने प्रस्तुति देकर इस प्रोजेक्ट की जानकारी दी थी। छोटा शिमला से होते हुए विकासनगर से विजयनगर पहुंच सकते हैं।
इस भवन का निर्माण हिमुडा करेगा। इससे पहले भवन बनाने वाले स्थल पर मिट्टी की जांच करवाई जाएगी। हालांकि हिमुडा ने अपने स्तर पर कैबिनेट के समक्ष दी प्रस्तुति में भवन को बनाने वाले स्थल को काफी मजबूत बताया है। इसके बावजूद उन्होंने काम आरंभ करने से पहले मिट्टी की जांच करवा जमीन की मजबूती की रिपोर्ट लेने को कहा है।
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