मंडी में देव पशाकोट के मुख्य स्थल और नाल डेहरा मंदिर में शराब और फोटोग्राफी पर बैन, उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई
मंडी के बजगाण में नवरात्र के उपलक्ष्य में पूजा का आयोजन किया गया जिसमें चौहार घाटी के कई पंचायतों के लोग शामिल हुए। देव पशाकोट के मुख्य स्थल और नाल डेहरा मंदिर में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। देवता से जुड़े गोपनीय कार्यों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर भी रोक लगाई गई है। नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

खुशी राम, बरोट। चौहार घाटी के लोगों की अटूट आस्था के प्रतीक देवादि देव श्री देव पशाकोट के मूल स्थल मंठी बजगाण में शनिवार को नवरात्रों के उपलक्ष्य में पूजा-अर्चना के बाद देव कारज विधिवत संपन्न हुआ।
इस अवसर पर चौहार घाटी की पांच पंचायतों के पंचायत प्रधान, समस्त जनता, देवादि देव नारायण देवता के मुख्य गूर फूंगणी भगवती, देव पशाकोट गूर, माता नौणी गूर, भंडारी, पुजारी, दुमच, कड़ू, देव गहरी के मुख्य गूर सहित नाल डेहरा स्थित देव पशाकोट मंदिर के वर्तमान व पूर्व कारदार और अन्य भक्तगण उपस्थित रहे।
इस दौरान सर्वसम्मति से कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। देव पशाकोट के मुख्य स्थल मंठी बजगाण और नाल डेहरा मंदिर में शराब व बीयर पीना-पिलाना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया। देव स्थल, नाल डेहरा मंदिर परिसर व देव बणी में आयोजित धार्मिक आयोजनों या किसी भी पार्टी के दौरान शराब सेवन, शोरगुल, और अशोभनीय गतिविधियों पर भी रोक लगाई गई।
देव पशाकोट के गोपनीय कारज, गूर खेल, पूजा-अर्चना, नरोल कामकाज और वर्जित देव स्थलों की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। देवता के रथ के साथ पीठ टिकाकर बैठना और उसकी फोटो,वीडियो लेना सभी के लिए निषेध होगा।
नियम तोड़ने वालों पर देवता की मन्याउणी के अनुसार सख्त कार्रवाई व दंड होगा। साथ ही इंटरनेट मीडिया से भी अनधिकृत अकाउंट व गलत पोस्ट तत्काल हटाने की मांग की गई और स्पष्ट किया गया कि देवता की गरिमा को ठेस पहुंचाने पर जिम्मेदारी तय की जाएगी।
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