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    Mandi News: अगले महीने बिजनी-मंडी बाईपास का निर्माण शुरू, वन विभाग से मिली स्वीकृति; ट्रैफिक दबाव हो जाएगा समाप्त

    Updated: Mon, 23 Dec 2024 07:11 PM (IST)

    मंडी-पठानकोट फोरलेन पर बिजनी से मंडी के बीच बनने वाले बाईपास का निर्माण कार्य अगले महीने से शुरू होगा। वन विभाग ने इसके लिए स्वीकृति दे दी है। इस बाईपास के बनने से मंडी शहर से ट्रैफिक का दबाव पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। बाईपास की लंबाई 5.375 किलोमीटर है और इसमें 3.5-3.5 किलोमीटर लंबी दो सुरंगें और ब्यास नदी पर एक बड़ा पुल होगा।

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    Mandi News: अगले महीने से शुरू होगा बिजनी-मंडी बाईपास का निर्माण कार्य।

    जागरण संवाददाता, मंडी। पठानकोट-मंडी फोरलेन पर बिजनी से मंडी के बीच बनने वाले बाईपास का निर्माण कार्य अगले माह शुरू होगा। वन विभाग ने कार्य शुरू करने की स्वीकृति दे दी है। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने गत माह बाईपास निर्माण के लिए 7.7913 हेक्टेयर वन भूमि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के नाम हस्तांतरित की थी।

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    बाईपास की लंबाई 5.375 किलोमीटर है। इसमें 3.5,3.5 किलोमीटर लंबी दो सुरंगों का निर्माण होगा। इसके अलावा दो छोटे व ब्यास नदी पर बिंद्रावणी के पास एक बड़े पुल का निर्माण होगा। फोरलेन निर्माण के लिए वन भूमि से 418 पेड़ कटेंगे।

    मंडी से यातायात दबाव पूरी तरह हो जाएगा समाप्त 

    एनएचएआई ने वन विभाग के पास क्षतिपूर्ति के रूप में 5,02,18,462 रुपये जमा करवा दिए हैं। बिजनी-मंडी बाईपास बनने से मंडी शहर से यातायात दबाव पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। पठानकोट से कुल्लू, मनाली, लाहुल व लेह की ओर आने जाने वाले वाहनों का आवागमन शहर के बाहर से होगा।

    कीरतपुर मनाली फोरलेन पर यहां बाईपास का निर्माण हो चुका है। रिवालसर व कोटली मार्ग पर भी बाईपास का निर्माण हो रहा है। शहर में ब्यास नदी पर दो और पुलों का निर्माण होने से लोगों को बेहतर सुविधा मिलेगी। फिलहाल यहां दो पुल है। दो और पुल बनने से यातायात सुगम होगा। बाईपास निर्माण पर 1062 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

    वन विभाग ने बिजनी-मंडी बाईपास का निर्माण कार्य शुरू करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। अगले माह से निर्माण कार्य शुरू होगा। -वरुण चारी, परियोजना निदेशक एनएचएआइ मंडी।

    बाईपास का निर्माण बिंद्रावणी से बिजणी के बीच होगा। इसकी लंबाई 5.37 किलोमीटर है। इसमें 3.5 किलोमीटर मार्ग सुरंग से होकर गुजरेगा। करीब 216 मीटर लंबे तीन पुल बनेंगे। बाईपास निर्माण के लिए एनएचएआई यहां सुरंगों के दोनों छोर पर भूमि अधिग्रहण करेगा।

    दो-दो लेन की बनेंगी सुरंगें

    बाईपास पर साढ़े तीन-साढ़े तीन किलोमीटर की दो-दो लेन की सुरंगें बनेंगी। करीब 35 भवन बाईपास के निर्माण की जद में आएंगे। इनमें 19 भवनों का अवॉर्ड हो चुका है। 16 अन्य पर अवॉर्ड की प्रक्रिया चल रही है। कुछ भवन मालिकों को पैसा मिल गया है। अन्यों को शीघ्र मिलेगा। छोटी काशी यानी मंडी के चारों छोर पर बाईपास बनने से शहर की जनता को बड़ी राहत मिलेगी।

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