Mandi Landslide: दूसरे दिन भी जारी रही राहत की उड़ान, प्रभावित क्षेत्रों में भेजी जा रही दवाइयां और राशन
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशों पर मंडी जिले में लगातार दूसरे दिन राहत की उड़ान जारी रही। शुक्रवार को भी वायु सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से मंडी जिले के दुर्गम क्षेत्रों में राशन समेत अन्य आवश्यक सामग्री और दवाइयों की खेप पहुंचाने का सिलसिला चला। इसी हेलीकॉप्टर में प्रशासन के अधिकारी अपने साथ खाद्य सामग्री दवाएं और अन्य आपातकालीन आपूर्तियां ले जा रहे हैं।

मंडी, एएनआई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशों पर मंडी जिले में लगातार दूसरे दिन राहत की उड़ान जारी रही। शुक्रवार को भी वायु सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से मंडी जिले के दुर्गम क्षेत्रों में राशन समेत अन्य आवश्यक सामग्री और दवाइयों की खेप पहुंचाने का सिलसिला चला।
हेलीकॉप्टर के अंदर भोजन की खेप रख रही NDRF की टीमें
बता दें कि मंडी जिला प्रशासन जिले के दूरदराज के इलाकों तक पहुंचने के लिए वायु सेना के हेलीकॉप्टरों का उपयोग करता है। इसी हेलीकॉप्टर में प्रशासन के अधिकारी अपने साथ खाद्य सामग्री, दवाएं और अन्य आपातकालीन आपूर्तियां ले जा रहे हैं। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि एक बचाव और राहत दल वायुसेना के हेलीकॉप्टर के अंदर भोजन और दवा की खेप सुरक्षित रख रहे हैं।
घटना स्थलों पर फंसे 51 लोगों को बचाया
धिकारियों ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के शेहनू गौनी और खोलानाला गांवों में बादल फटने की घटना स्थलों पर फंसे 51 लोगों को बचाया। हिमाचल में भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में व्यापक विनाश और मौतें हुई हैं।
जयराम ठाकुर प्रभावित क्षेत्रो की किया दौरा
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गुरुवार को मंडी जिले के कुकलाह के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए राशन की व्यवस्था करने का आग्रह किया। राज्य में भारी बारिश के कारण हुए भारी नुकसान को ध्यान में रखते हुए, जयराम ठाकुर ने कहा कि मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया है। भारी बारिश के चलते आज एक दो मंजिला स्कूल की इमारत ढह गई। इलाके के सभी घर असुरक्षित हैं, क्योंकि उनमें दरारें आ गई हैं। उन्होंने कहा कि एक दिन पहले इलाके में लगभग छह लोगों की जान चली गई है।
नुकसान 8014.61 करोड़ रुपये तक पहुंचा
उन्होंने कहा कि एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल में मानसून के कहर से कुल 224 लोगों की जान चली गई है, जबकि बारिश से संबंधित दुर्घटनाओं में अब तक 117 लोगों की मौत हुई है। राज्य सरकार द्वारा साझा किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राज्य में कुल नुकसान 8014.61 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
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