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    मंडी की सड़कों पर कम पड़ी मालवाहक खड़े करने की जगह, फंसी सैंकड़ों गाड़ियां; 15 दिन से बंद कीरतपुर मनाली फोरलेन

    By Jagran NewsEdited By: Preeti Gupta
    Updated: Fri, 25 Aug 2023 10:22 AM (IST)

    मंडी जिले की सड़कों पर मालवाहक खड़े करने की जगह कम पड़ गई है। कीरतपुर मनाली फोरलेन छह मील व पंडोह कैंची मोड़ में पिछले 15 दिन से बंद है। यहां मार्ग बहाल होने में अभी समय लगेगा। हजारों की संख्या में मालवाहक जगह जगह फंसे हुए हैं। स्थिति यह है कि मालवाहक खड़े करने के लिए जिले के मुख्य मार्गों के किनारे स्थान कम पड़ गए हैं।

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    मंडी की सड़कों पर कम पड़ी मालवाहक खड़े करने की जगह

    मंडी, जागरण संवाददाता। मंडी जिले की सड़कों पर मालवाहक खड़े करने की जगह कम पड़ गई है। कीरतपुर मनाली फोरलेन छह मील व पंडोह कैंची मोड़ में पिछले 15 दिन से बंद है। यहां मार्ग बहाल होने में अभी समय लगेगा। कुल्लू जिले को जोड़ने वाला वैकल्पिक मार्ग मंडी कमांद कटौला बजौरा भी जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। पठानकोट मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग कोटरोपी में बाधित है।

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    मालवाहक खड़ा करने के लिए भी जगह कम

    मार्ग अभी पद्धर तक बहाल हो पाया है। दोनों प्रमुख मार्गों के बंद होने से हजारों की संख्या में मालवाहक जगह जगह फंसे हुए हैं। स्थिति यह है कि मालवाहक खड़े करने के लिए जिले के मुख्य मार्गों के किनारे स्थान कम पड़ गए हैं। पुलिस प्रशासन ने अब बिलासपुर जिले में मालवाहक रोकने का निर्णय लिया है। यातायात व्यवस्था संभालने के लिए दोनों प्रमुख मार्गों पर 70 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।

    मशीन से खींच-खींच कर निकाली जा रही गाड़ियां

    बीबीएमबी के पंडोह बांध के पीछे कुल्लू-पंडोह को जोड़ने के लिए जो अस्थायी संपर्क मार्ग कैंची मोड तक बनाया गया था। तीन दिन पहले यहां कुल्लू से मंडी की ओर आने वाली करीब 95 छोटी-बड़ी गाड़ियां फंसी थी। इनमें करीब 45 छोटी गाड़ियों को मशीन से खींच-खींच कर वीरवार शाम बांध की ओर निकाला गया। इसके बाद बांध के पीछे कच्चा संपर्क मार्ग धंस गया।

    कैंची मोड़ से लेकर मून होटल तक फंसी 80 छोटी- बड़ी गाड़ियां

    वहां अभी भी छोटी-बड़ी मिलाकर करीब 50 -55 गाड़ियां फंसी हुई है। चालकों के खाने तथा रहने की व्यवस्था लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह व एक होटल में प्रशासन द्वारा की गई है। यहां करीब 70- 80 लोग ठहराए गए हैं। कैंची मोड़ से लेकर मून होटल तक करीब डेढ़ किलोमीटर के दायरे में कुल्लू से मंडी की तरफ जाने वाली 80 छोटी-बड़ी गाड़ियां फंसी हुई है। वापस लौटने की तरफ जाने का रास्ता भी बंद है। इनके रहने तथा खाने का प्रबंध मून होटल में किया गया है। करीब 200 लोग यहां ठहराए गए हैं।

    जगह-जगह फंसी सैंकड़ों गाड़ियां

    वैकल्पिक मार्ग मंडी बजौरा बाया कटौला पर करीब 300 छोटी बड़ी गाड़ियां, मंडी के चार मील में करीब 70 ट्रक, नागचला डडौर फोरलेन पर करीब 300 मालवाहक जिनको कल्लू की तरफ जाना है। सब फंसे पड़े हैं। इन सब स्थानों पर अब और गाड़ियां खड़ी करने का स्थान नहीं बचा है। पुलिस ने सुंदरनगर के डैहर क्षेत्र में नाका लगा दिया गया है। वहां पर करीब 400 वाहनों को खड़े करने की क्षमता है। अभी करीब 70 मालवाहक खड़े हो चुके हैं।

    पड़ोसी राज्यों से लगातार आ रहे मालवाहक

    यदि यह स्थान भी भर जाता है तो जिला बिलासपुर में वाहनों को खड़ा करने के का नया स्थान चिन्हित किया जाएगा। पड़ोसी राज्यों से मालवाहक आने की संख्या बढ़ती जा रही है। करीब 2000 हलके वाहन सुंदरनगर बल्ह मंडी में कतार से हटकर इधर-उधर फैल गए हैं। सभी कुल्लू की ओर जाने वाली सड़क खुलने का इंतजार कर रहे है। वहीं सराज हलके के दुर्गम क्षेत्रों को वायु सेना के हेलीकाप्टर से राशन व दवाएं भेजी गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंडी सागर चंद्र शर्मा का कहना है कि प्रमुख मार्गों के बंद होने से हजारों मालवाहक फंस चुके हैं।