Mandi News: Forex Trading धोखाधड़ी की जांच तेज, संदेह के घेरे में 12 लोग; जानकारी जुटाने के प्रयास में जुटी पुलिस
हिमाचल प्रदेश के मंडी में फॉरेक्स ट्रेडिंग धोखाधड़ी की जांच तेज हो गई है। पुलिस ने संदेह के घेरे में आए 12 लोगों से पूछताछ की है। नागचला कार्यालय के पूर्व प्रबंधक रोहित सागर सहित अन्य लोगों को बल्ह थाना में तलब किया गया था। करसोग के रहने वाले रोहित ने बताया कि उसने पांच माह के बाद प्रबंधक की नौकरी छोड़ दी थी।

जागरण संवाददाता, मंडी। फॉरेक्स (विदेशी मुद्रा) ट्रेडिंग के नाम पर हुई 210 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले की जांच तेज हो गई है। पुलिस ने संदेह के घेरे में आए 12 लोगों से पूछताछ की है। नागचला कार्यालय के पूर्व प्रबंधक रोहित सागर सहित अन्य लोगों को बल्ह थाना में तलब किया गया था। करसोग के रहने वाले रोहित ने बताया कि उसने पांच माह के बाद प्रबंधक की नौकरी छोड़ दी थी।
तथ्य जांच रही पुलिस
जोगेंद्रनगर के चौंतड़ा के रमेश कुमार से भी पुलिस ने जानकारी जुटाने का प्रयास किया है। वह जोगेंद्रनगर क्षेत्र देखता था। वहां उसने सैकड़ों लोगों से निवेश करवा रखा है। वह राजेंद्र सूद के सीधे संपर्क में था। कई बार जीरकपुर व दुबई गया था। राजेंद्र सूद ने आठ कंपनियां बना रखी थी। इसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं थी। रमेश इस मामले में कितना सच व झूठ बोल रहा है। पुलिस तथ्य जांच रही है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग में रमेश ने 40,000 रुपये का पहला निवेश किया था। उसके बाद उसने सैकड़ों लोगों से निवेश करवाया है। राजेंद्र सूद,संतोष कुमार व विनीत कुमार सितंबर में करीब 300 निवेशकों को दुबई लेकर गए थे। वहां तीनों का अपना कार्यालय है। निवेशकों के साथ कुछ दिन बाद तीनों दिल्ली आ गए थे।
धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के बाद तीनों हिमाचल नहीं आए
क्रिप्टो करेंसी के मुख्य आरोपित सुभाष शर्मा के विरुद्ध पंजाब के मोहाली व फिर हिमाचल में धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के बाद तीनों हिमाचल नहीं आए। दिल्ली से दोबारा दुबई चले गए थे। क्रिप्टो करेंसी की तरह फारेक्स ट्रेडिंग में लोगों ने करोड़ों रुपये का निवेश किया है। कई बड़े अधिकारियों, नेताओं व कारोबारियों के नाम पूछताछ व रिकॉर्ड में मिले हैं। बदनामी के डर से अब पुलिस के पास शिकायत करने से डर रहे हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।