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    Himachal: फर्जी दस्तावेज, सरकारी नौकरी और खुलासा...10वीं की मार्कशीट के आधार पर पाई जॉब, CBI ने कुछ इस तरह किया भंडाफोड़

    Updated: Tue, 09 Jan 2024 02:11 PM (IST)

    Himachal Pradesh शिमला स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो शाखा ने एक और ग्रामीण डाक सेवक के विरुद्ध साजिश रचने धोखाधड़ी फर्जी दस्तावेज बनाने व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। आरोपित ने साक्षात्कार के दौरान 10वीं कक्षा का जो प्रमाणपत्र दिया था वह जांच में फर्जी पाया गया है। 10वीं कक्षा का प्रमाणपत्र माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद के नाम से बनवाया गया था।

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    Himachal: 10वीं की मार्कशीट के आधार पर पाई नौकरी, सीबीआई ने कुछ इस तरह किया भंडाफोड़

    जागरण संवाददाता, मंडी। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) के शिमला स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो शाखा ने एक और ग्रामीण डाक सेवक के विरुद्ध साजिश रचने, धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज बनाने व भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।

    आरोपित ने साक्षात्कार के दौरान 10वीं कक्षा का जो प्रमाणपत्र दिया था वह जांच में फर्जी पाया गया है। 10वीं कक्षा का प्रमाणपत्र माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद के नाम से बनवाया गया था। प्रमाणपत्र जारी होने की तिथि 20 मई 2018 दर्शायी गई है। आरोपित सन्नी पुत्र श्रीनिवासन हरियाणा के रोहतक जिले के रिटौली का रहने वाला है। उसने डाक विभाग को करीब 1,34,664 रुपये का चूना लगाया है।

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    बिलासपुर जिले के लेहड़ी सरेल डाक शाखा में थी तैनात

    विभाग ने उसे निलंबित कर दिया है। वह बिलासपुर जिले के लेहड़ी सरेल डाक शाखा में तैनात था। सीबीआइ इससे पहले बिलासपुर व चंबा जिले में कार्यरत रहे तीन ग्रामीण डाक सेवकों के विरुद्ध केस दर्ज कर चुकी है। आरोपित का चयन मेरिट के आधार पर 16 अगस्त 2022 को ग्रामीण डाक सेवक के रूप में हुआ था। उसे विभाग ने सहायक शाखा पोस्ट मास्टर (एबीपीएम) के पद पर लेहड़ी सरेल में तैनाती थी। डाक विभाग ने उसका 10वीं कक्षा का प्रमाणपत्र सत्यापन के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद को भेजा था।

    10वीं कक्षा का प्रमाण पत्र बोर्ड द्वारा अनुदानित नहीं

    बोर्ड प्रबंधन ने डाक विभाग को लिखित में जानकारी दी थी कि सन्नी का 10वीं कक्षा का प्रमाणपत्र बोर्ड द्वारा अनुदानित नहीं है। 16 अगस्त 2022 से 10 जून 2023 तक उसे विभाग की ओर से 1,34,664 रुपये का वेतन जारी हुआ था। जांच के बाद विभाग ने सन्नी को निलंबित कर पांच दिसंबर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो शाखा शिमला को तथ्यों सहित शिकायत भेजी थी। प्रारंभिक जांच के बाद सीबीआइ ने अब आरोपित के विरुद्ध केस दर्ज किया है। सीबीआइ अन्वेषण के दौरान इस मामले में लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों की भूमिका भी जांचेगी।

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