Himachal News: तीन महीने बाद भी नहीं खुली सड़क तो लोगों ने लगाया गजब जुगाड़, जोखिम उठा लकड़ी के स्लीपर पर निकाल दी गाड़ियां
Himachal Pradesh News हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में 30 जून को आई आपदा के बाद ग्रामीणों ने सड़क बंद होने पर लकड़ी के ठेलों का जुगाड़ लगाकर वाहनों को निकाला। सराज विधानसभा क्षेत्र के घाट गांव में टेक सिंह और रतिश कुमार की गाड़ियां फंसी हुई थीं। सड़क खुलने की कोई उम्मीद न देखकर ग्रामीणों ने लकड़ी के मोछों से पुलिया बनाकर गाड़ियों को निकाला।

संवाद सहयोगी, थुनाग (मंडी)। Himachal Pradesh News, हिमाचल प्रदेश में जिला मंडी के सराज विधानसभा क्षेत्र में 30 जून को आई भयंकर त्रासदी के बाद गांवों में फंसे वाहनों को ग्रामीणों ने जुगाड़ के माध्यम से निकालना आरंभ कर दिया है। ग्रामीणों ने लकड़ी के बड़े मोछों को तार से बांधकर पुलिया बनाकर सोमवार को 85 दिन से फंसे वाहनों को निकाला।
सराज की धारजरोल पंचायत की पांडवशिला-रुशाड़ सड़क के अवरुद्ध होने के कारण घाट गांव में टेक सिंह व रतिश कुमार की गाड़ियां घरों के आगे खड़ी थी। पुल के बह जाने के कारण वाहनों को निकालने के सारे विकल्प बंद हो चुके थे।
खतरनाक ड्राइवर... सराज में लकड़ी के ठेलों से उतारी कार pic.twitter.com/D4RQ5vnMoA
— manav kshyap (@manavkashyap) September 23, 2025
सड़क न खुलने के कारण गाड़ी के टायर व अन्य कलपुर्जे खराब हो रहे थे। इस कारण ग्रामीणों ने बड़ा जोखिम उठाकर गाड़ियों को सड़क तक पहुंचाया। वहीं, गाड़ियां फंसे होने के कारण लोगों का कामकाज भी प्रभावित हो रहा था।
जान जोखिम में डालकर निकाली गाड़ी
टेक सिंह व रतिश ने गांव वालों से गाड़ी निकालने का सहयोग मांगा और सोमवार को गांव के 30 से 35 लोग इकठ्ठा होकर लकड़ी के बड़े मोछों को बांधकर 15 फीट नीचे की ओर चालक भूपेंद्र कुमार ने जान जोखिम में डालकर उसे दोनों डंडों के ऊपर चलाकर निकाला। गाड़ी को निकालने के लिए करीब से तीन घंटे का समय लगा और फिर मुख्य मार्ग पांडवशिला तक पहुंचाया।
2 किलोमीटर सड़क 85 दिन से बंद
पांडवशिला रुशाड़ गांव की दो किलोमीटर लंबी सड़क प्रदर्शन के बावजूद 85 दिन से अवरुद्ध है। पांडवशिला से रुशाड़ के लिए जाने वाली यह सड़क दाऊंट, घाट, लौहड़, रखचूई, कौलहू, मघार, जनेहड़ भडेची कुल्हाट सरार, देथान, रुशाड़ को जोड़ती है।
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