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    कीचड़ में फंस गई चप्पलें, तो नंगे पांव ही आपदाग्रस्त गांव पहुंच गए DC मंडी; आपदा में पीड़ितों के साथ खड़े युवा अधिकारी, Video

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 03:08 PM (IST)

    Mandi DC मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन आपदा प्रभावितों की मदद के लिए नंगे पैर कीचड़ में चले। बोई पंचायत में भूस्खलन की सूचना पर वे तत्काल पहुंचे जहां उन्होंने राहत कार्यों का जायजा लिया। इससे पहले भी वे कई आपदाओं में सक्रिय रहे हैं। सराज में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए उन्होंने पैदल चलकर रास्ता खुलवाया।

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    आपदाग्रस्त क्षेत्र में नंगे पांव ही आगे बढ़ते उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन।

    मुकेश मेहरा, मंडी। आपदा प्रभावितों का दर्द साझा करने और उनको तुरंत राहत देने के लिए उपायुक्त मंडी कीचड़ और पत्थरों पर नंगे पांव ही निकल गए। निहरी की पंचायत हाडा बोई के गांव बरागता में भूस्खलन की सूचना मिलने पर वह वहां के लिए निकले थे। उनकी चप्पलें कीचड़ में ही धंस गई थी। इससे पहले भी उपायुक्त हर आपदा में स्वयं मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों की निगरानी करते हैं। उनकी इस कार्यशैली के लिए जिला मंडी में जमकर सराहना हो रही है।

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    मंगलवार को सायर उत्सव के दिन अपूर्व देवगन शिमला से वापस मंडी लाैट रहे थे। बोई पंचायत में हुए भूस्खलन में एक घर मलबे की चपेट में आया था, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही उपायुक्त ने रूट बदल लिया, लेकिन रास्ते में जगह-जगह ल्हासे गिरने होने के कारण सड़क बाधित थी। ऐसे में वह अपनी टीम के साथ पैदल ही बोई गांव के लिए रवाना हो गए।

    दो किलोमीटर चलने के बाद जैसे ही एक जगह पर वह मलबे के ऊपर से गुजर रहे थे तो उनकी चप्पल कीचड़ में धंस गई। उसे निकाला नहीं जा सका तो दूसरी भी उन्होंने वहीं उतार दी। कुछ दूर चलने पर उन्हें चप्पल उपलब्ध करवाई गई। करीब तीन से चार किलोमीटर वह पैदल चले। इससे पहले जंगमबाग में भी जब परिवार मलबे में दबे थे तो पूरी रात उपायुक्त मंडी मौके पर मौजूद रहे थे।

    सराज से निकलवाए पर्यटक

    इससे पहले जब सराज में आपदा आई उपायुक्त अपूर्व देवगन बिल्कुल कट चुके जंजैहली में हेलीकाप्टर के जरिए पहुंचे। उनके साथ एसपी मंडी भी थी। हेलीपैड में उतरने के बाद उपायुक्त तीन चार किलोमीटर पैदल पहुंचने के बाद अधिकारियों से बैठक की। रास्ता खुलवाया और यहां फंसे गुजरात के 35 पर्यटकों को रवाना किया था।

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    सराज में भी पैदल ही किया था निरीक्षण

    सराज में आपदा के बाद मार्ग जब बहाल हुए तो हर जगह खुद जाकर उपायुक्त ने स्थिति का जायजा लिया। हाल ही में बालीचौकी उपमंडल में हुए भारी नुकसान को देखते हुए वह गाडागुशैणी के लिए चले गए। यहां भी करीब 10 किलोमीटर पैदल सफर कर उन्होंने स्थितियों का जायजा लिया और पैदल ही बंजार होते हुए बालीचौकी तक पहुंचे।

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