हिमाचल में आपदा से हाईवे को 1031.09 करोड़ रुपये का नुकसान, NHAI ने पीएम को दिया ब्योरा, कहां कितनी क्षति?
Himachal Pradesh Disaster हिमाचल प्रदेश में मानसून की तबाही से राष्ट्रीय राजमार्गों और फोरलेन को भारी नुकसान हुआ है जिससे 1031 करोड़ रुपये से अधिक की क्षति हुई है। कीरतपुर-मनाली फोरलेन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने राहत कार्यों को तेज करने और केंद्र सरकार द्वारा हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। स्थायी बहाली के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

जागरण संवाददाता, मंडी। हिमाचल प्रदेश में इस बार के मानसून की तबाही ने राष्ट्रीय राजमार्गों और फोरलेन परियोजनाओं को अभूतपूर्व नुकसान पहुंचाया है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) व राष्ट्रीय राजमार्ग विंग ने मंगलवार को धर्मशाला में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आयोजित समीक्षा बैठक में प्रदेश में चल रहे प्रमुख सड़क प्रोजेक्टों को हुए नुकसान का विस्तृत ब्योरा सौंपा।
अधिकारियों के अनुसार, भारी भूस्खलन, सड़कें कटने और नदियों के कटाव से कुल 1,031.095 करोड़ रुपये की क्षति दर्ज की गई है। सबसे बड़ा नुकसान कीरतपुर-मनाली फोरलेन को हुआ है। इस मार्ग को अकेले 544 करोड़ रुपये की क्षति का अनुमान लगाया गया है।
पंडाहे से कटोली के बीच सबसे ज्यादा नुकसान
अधिकारियों ने बताया कि पंडोह से टकोली और कुल्लू से मनाली के बीच ही लगभग 400 करोड़ रुपये की क्षति दर्ज हुई है। यह क्षेत्र लगातार सक्रिय भूस्खलन और नदी कटाव की चपेट में है, जिससे ब्रेस्टवाल, रिटेनिंग वाल और सड़क की सतह बुरी तरह प्रभावित हुई है। कई स्थानों पर यातायात आंशिक रूप से ही चल पा रहा है और वैकल्पिक मार्गों का सहारा लेना पड़ रहा है।
इन फोरलेन व हाईवे को भी हुई क्षति
परवाणू सोलन-शिमला मार्ग भी मानसून की मार से अछूता नहीं रहा। इस मार्ग पर 26 करोड़ रुपये की क्षति का अनुमान लगाया गया है। इसी प्रकार पठानकोट-मंडी-पालमपुर मार्ग को 61.375 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज हुआ है। शिमला मटौर हमीरपुर हाईवे को 61.35 करोड़ रुपये की क्षति हुई है।
चंबा-भरमौर हाईवे को 253 करोड़ रुपये का नुकसान
बनीखेत चंबा भरमौर हाईवे को 253 करोड़ रुपये, सैंज-लुहरी औट,ठियोग हाटकोटी,शिमला रामपुर वांगटू कौरिक,कालाअंब पांवटा साहिब,हमीरपुर करनोहन,रानीताल मुबारकपुर सहित अन्य प्रमुख मार्गों को भी बरसात ने भारी नुकसान पहुंचाया है। बनीखेत चंबा भरमौर हाईवे को मिलाकर इन सड़कों पर 375 करोड़ रुपये की चपत लगी है।
अधिकारी बोले, आंशिक रूप से यातायात बहाल किया
एनएचएआइ व मोर्थ के अधिकारियों ने बताया कि जहां-जहां सड़कें पूरी तरह बंद हो गई थीं, वहां अस्थायी बहाली के लिए मलबा हटाने, बोल्डर तोड़ने और सुरंगों से कीचड़ निकालने जैसे त्वरित कदम उठाए जा रहे हैं। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी को यह भी बताया गया कि कई स्थानों पर यातायात आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है। अधिकांश जगहों पर एक या दो लेन खुल गई हैं, जबकि कुछ खंडों में अब भी वैकल्पिक मार्गों का उपयोग किया जा रहा है।
स्थायी यातायात बहाली के लिए डीपीआर तैयार हो रही
अधिकारियों ने कहा कि स्थायी बहाली के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है। विशेष रूप से पंडोह-टकोली और कुल्लू-मनाली खंड में वैकल्पिक सुरंग निर्माण की योजनाओं पर काम तेज किया जा रहा है।
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मोदी बोले- हर सहायता उपलब्ध करवाएंगे
प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से राहत और पुनर्वास कार्यों को और तेज करने तथा मानसून के शेष दिनों में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार प्रदेश को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाएगी, ताकि प्रदेश की जीवनरेखा माने जाने वाले इन मार्गों को शीघ्र बहाल किया जा सके।
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