Himachal Politics: फिर फिसली महेंद्र ठाकुर की जुबान, कहा- दुर्घटना हुई तो पूर्व विधायक भी नहीं कहलाएंगे
पांच साल तक अधिकारियों कर्मचारियों व आम जनता पर तरह-तरह की टिप्पणी कर पूर्व जयराम सरकार को असहज करने वाले पूर्व जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की जुबान फिर फिसली है। इस बार उन्होंने धर्मपुर के ही विधायक चंद्रशेखर को लेकर सार्वजनिक मंच से अपशब्द कहे।

मंडी, जागरण संवाददाता : पांच साल तक अधिकारियों, कर्मचारियों व आम जनता पर तरह-तरह की टिप्पणी कर पूर्व जयराम सरकार को असहज करने वाले पूर्व जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की जुबान फिर फिसली है। इस बार उन्होंने धर्मपुर के ही विधायक चंद्रशेखर को लेकर सार्वजनिक मंच से अपशब्द कहे। बुधवार को धर्मपुर भाजपा ने विभिन्न विभागों के कार्यालय डीनोटिफाई करने के विरोध में प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा था।
महेंद्र सिंह ने विधायक चंद्रशेखर के विरुद्ध मोर्चा खोला
विधानसभा चुनाव में मिली हार पर मंथन करने के लिए कार्यकर्ताओं की बैठक भी रखी थी। पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह के संबोधन की बारी आई तो उन्होंने विधायक चंद्रशेखर के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया। कहा कि अभी विधायक साहब ने शपथ नहीं ली है। जब तक कोई प्रधान, बीडीसी, जिला परिषद सदस्य, सांसद व विधायक शपथ ग्रहण नहीं करता है, उसके पास कोई अधिकार नहीं होता है। अगर दुर्घटना हो जाए तो पूर्व विधायक भी नहीं कहलाएंगे।
सरकार बनने के बाद से अब तक मंत्रिमंडल का नहीं हो पाया गठन
देहरा में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार अपने ही बोझ से गिर जाएगी। प्रदेश के इतिहास में शायद यह पहला मौका है जब सरकार बनने के एक माह बाद भी मंत्रिमंडल का गठन नहीं किया गया है। कई धड़ों में बंटी कांग्रेस तय नहीं कर पा रही है कि किसे क्या जिम्मेदारी दी जाए। यह बात जसवां परागपुर के विधायक बिक्रम ठाकुर ने वीरवार को देहरा में पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले 10 गारंटियां देकर सत्ता में आई कांग्रेस अब सब भूल चुकी है।
लोगों के सामने रोजगार का संकट पैदा
कांग्रेस से विकास की उम्मीद लगाए बैठे लोगों के सामने अब रोजगार का संकट पैदा हो गया है। दो सीमेंट प्लांट बंद होने से हजारों परिवार आर्थिक संकट झेल रहे हैं लेकिन सरकार कुछ नहीं कर रही। बिक्रम ने कहा कि क्षेत्र की जनता से अन्याय होने पर वह हर लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। वह 25 साल से जनता की सेवा कर रहे हैं और उसकी बदौलत चौथी बार विधायक बने हैं। सरकार ने बिना कुछ समझे कोटला बेहड़ व रक्कड़ में एसडीएम कार्यालय डीनोटिफाई कर दिया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि जब सुविधा छीन ली जाती है तो लोगों को गुस्सा आता ही है। ऐसा पिछले दिनों जन आक्रोश रैली में हुआ। किसी ने गुस्से में अमर्यादित शब्द बोले दिए। उन्होंने उसे उसी समय रोका भी था। इसके बाद उन्होंने इस पर खेद भी जताया था। सरकार के दबाव में रैली में न आने वालों पर भी मामला कर दिया। बोलने में असमर्थ एक व्यक्ति को भी इस मामले में नामजद किया है। उन्होंने कहा कि सरकार के गलत निर्णयों को स्वीकार नहीं किया जाएगा और लोगों के हितों की रक्षा के लिए भविष्य में भी आवाज बुलंद की जाएगी।
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