हिमाचल सरकार मंडी के 2000 आपदा प्रभावितों को देगी मुआवजा, पड्डल में होगा कार्यक्रम; पहुंच सकते हैं राहुल गांधी सहित अन्य नेता
हिमाचल प्रदेश सरकार मंडी जिले के 2000 आपदा प्रभावित परिवारों को मुआवजा देगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पड्डल मैदान में राहत राशि वितरित करेंगे। कार्यक्रम में राहुल गांधी भी शामिल हो सकते हैं। जिनके मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें 4 लाख रुपये की पहली किस्त मिलेगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहत वितरण में तेजी लाई जा रही है।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू। जागरण आर्काइव
जागरण संवाददाता, मंडी। हिमाचल प्रदेश सरकार बरसात के मौसम में आई आपदा से बेघर हुए व प्रभावित लोगों को मुआवजा प्रदान करेगी। मंडी जिले से सरकार इसकी शुरुआत करने जा रही है। जिले के करीब 2000 प्राकृतिक आपदा प्रभावित परिवारों को अब राहत की सौगात मिलेगी।
पांच या छह नवंबर को पड्डल में होगा कार्यक्रम
प्रदेश सरकार की ओर से इन प्रभावितों को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू मुआवजा राशि प्रदान करेंगे। राहत वितरण कार्यक्रम पांच या छह नवंबर को ऐतिहासिक पड्डल मैदान में आयोजित किया जाएगा।
राहुल गांधी भी पहुंच सकते हैं कार्यक्रम में
इस कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी भाग ले सकते हैं। प्रदेश स्तर पर यह अब तक का सबसे बड़ा राहत वितरण कार्यक्रम होगा, जिसमें एक साथ सबसे अधिक संख्या में प्रभावितों को वित्तीय सहायता सौंपी जाएगी।
मकान गंवाने वाले परिवार को पहली किस्त में चार लाख मिलेंगे
जिला प्रशासन ने आपदा प्रभावितों की सूची को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। जिन लोगों के मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं, उन्हें पहली किस्त के रूप में चार-चार लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी। वहीं, आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों और जमीन धंसने से प्रभावित परिवारों को भी तय मानकों के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा।
मंडी जिला सबसे अधिक प्रभावित
प्रशासन ने बताया कि हाल ही में हुई मानसूनी बारिश और भूस्खलन से मंडी जिला सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में रहा है। कई परिवारों ने अपनी पूरी आजीविका, घर और खेतीबाड़ी की जमीन तक खो दी।
सीएम के निर्देश पर राहत वितरण प्रक्रिया तेज
मुख्यमंत्री सुक्खू के निर्देश पर राहत वितरण प्रक्रिया में तेजी लाई गई है ताकि प्रभावितों को सर्दियों से पहले आर्थिक सहायता मिल सके। कार्यक्रम के आयोजन को लेकर प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
प्रभावितों की पहचान व सत्यापन
जिला प्रशासन ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि प्रभावितों की पहचान और सत्यापन कार्य शीघ्र पूरा किया जाए। सूची को अंतिम रूप देने के बाद लाभार्थियों को सूचना दी जाएगी ताकि वह कार्यक्रम में शामिल होकर सीधे मुख्यमंत्री से मुआवजा राशि प्राप्त कर सकें। प्राकृतिक आपदा से जिले सराज, द्रंग, जोगेंद्रनगर, धर्मपुर, करसोग व नाचन क्षेत्र में सबसे अधिक नुकसान हुआ है।

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