चाकू से लेकर चम्मच और सुई से पेन तक, हिमाचल में युवक के पेट से निकला इतना कुछ; डॉक्टरों भी रह गए हैरान
लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक के सर्जरी विभाग ने एक 27 वर्षीय युवक के पेट से 12 हार्ड आइटम निकालकर सफल ऑपरेशन किया है। युवक को तेज पेट दर्द के बाद अस्पताल लाया गया था जहां डॉक्टरों ने एक्स-रे और अन्य टेस्ट किए और पाया कि उसके पेट में कई हार्ड आइटम मौजूद हैं। सर्जरी में पेन चम्मच प्लकर सुई चाकू समेत कुल 12 आइटम निकाले गए।
संवाद सहयोगी, नेरचौक। श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक के सर्जरी विभाग ने एक 27 वर्षीय युवक के पेट से 12 हार्ड आइटम निकालकर सफल ऑपरेशन (Himachal Pradesh News) किया है। बल्ह हलके के कठलग का रहने वाला कौशित मानसिक रूप से अस्वस्थ बताया जा रहा है। हालांकि, ऑपरेशन कर डॉक्टरों ने युवक के पेट से ये तमाम चीजें निकाल दी हैं। ऐसे सख्त आइटम निकालना डॉक्टरों के लिए एक बड़ी चुनौती थी।
तेज पेट दर्द के बाद अस्पताल पहुंचा युवक
दरअसल, वीरवार सुबह कौशित को अचानक तेज पेट दर्द हुआ। इसके बाद स्वजन वाले उसे मेडिकल कॉलेज, नेरचौक लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद एक्स-रे और अन्य टेस्ट किए।
इसमें पाया गया कि युवक के पेट में कई हार्ड आइटम मौजूद हैं। आपात स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने तुरंत सर्जरी करने का निर्णय लिया।
तीन घंटे तक चला ऑपरेशन, पेट से निकाले 12 कठोर वस्तुएं
सर्जरी करीब तीन घंटे तक चली, जिसमें पेन, चम्मच, प्लकर, सुई, चाकू समेत कुल 12 आइटम युवक के पेट से निकाले गए। डॉ. राहुल मृगपुरी ने बताया कि सर्जरी पूरी तरह सफल रही है और युवक अब चिकित्सकों की निगरानी में है।
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मानसिक स्थिति बिगड़ने के बाद घर पर ही रह रहा था युवक
युवक के स्वजन के अनुसार कौशित वर्ष 2006 में पिता के देहांत के बाद मां और भाई के साथ रह रहा था। 12वीं पास करने के बाद उसे कोचिंग के लिए चंडीगढ़ भेजा गया, लेकिन वहां करीब एक वर्ष बिताने के बाद उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी। इसके बाद से वह घर पर ही गुमसुम रहने लगा।
डॉक्टरों ने दी विशेष निगरानी की सलाह
डॉ. राहुल मृगपुरी के अनुसार युवक को पिका सिंड्रोम (एक मानसिक विकार जिसमें व्यक्ति गैर-खाद्य पदार्थ खाने लगता है) हो सकता है।
इस स्थिति में रोगी बिना सोचे-समझे ऐसी चीजें निगल लेता है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकती हैं। डॉक्टरों ने स्वजन को युवक की मानसिक स्थिति पर ध्यान देने और मेडिकल सहायता जारी रखने की सलाह दी है। फिलहाल युवक की स्थिति स्थिर है, लेकिन उसे निगरानी में रखा गया है।
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