बंबर ठाकुर फायरिंग: हमले से पहले चारों शूटरों ने पी थी शराब, बचने के लिए बदले कई रास्ते; सौरभ पटियाल की भूमिका संदिग्ध
बंबर ठाकुर गोलीकांड में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। हमले से पहले हमलावरों ने शराब और भांग का नशा किया था। पुलिस को शक है कि इस हमले के पीछे सौरभ पटियाल का हाथ हो सकता है। हरियाणा के दो शूटरों के आधार कार्ड बरामद हुआ है। रोहतक पुलिस से जानकारी मांगी गई है। सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स की जांच जारी है।

जागरण संवाददाता, मंडी। पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर हुए फायरिंग मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। जांच में पता चला है कि हमले से पहले शूटरों ने शराब पी रखी थी। यह शराब उन्होंने बिलासपुर के एक ठेके से शुक्रवार को करीब 12 बजे खरीदी थी। इसके अलावा गाड़ी चालक रोहित और रितेश राणा भांग के नशे में भी थे। दोनों आरोपित मनजीत नड्डा के करीबी दोस्त बताए जा रहे हैं।
सौरभ पटियाल तक पहुंची मामले की जांच
पुलिस जांच के अनुसार, इस हमले की साजिश में सौरभ पटियाल की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। वह इस हमले का मास्टरमाइंड हो सकता है। पुलिस उसकी गतिविधियों और संपर्कों की गहन जांच कर रही है। बंबर ठाकुर और सौरभ पटियाल की दुश्मनी जगजाहिर है।
हरियाणा के शूटरों के आधार कार्ड बरामद
फायरिंग में इस्तेमाल किए गए हथियारों और शूटरों की पहचान को लेकर पुलिस ने अहम सबूत जुटाए हैं। हरियाणा के दो शूटरों के आधार कार्ड बरामद हुए हैं। यह दोनों शूटर हरियाणा के रोहतक जिले से संबंधित हैं। हिमाचल पुलिस ने इस मामले में रोहतक पुलिस से भी जानकारी मांगी है ताकि हमलावरों की पूरी पृष्ठभूमि स्पष्ट हो सके।
सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स खंगाल रही पुलिस
इस पूरे मामले में पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है। सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स की बारीकी से जांच की जा रही है ताकि हमले की साजिश में शामिल सभी लोगों की पहचान की जा सके। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही पूरे मामले की सच्चाई सामने आ जाएगी और मास्टरमाइंड समेत सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होगी।
मामले में हो सकते हैं और बड़े खुलासे
इस फायरिंग कांड में और भी बड़े नाम सामने आ सकते हैं। पुलिस की टीम हर संभावित सुराग को खंगाल रही है और जल्द ही इस मामले में और अहम खुलासे हो सकते हैं।
अलग-अलग रास्तों से भागने की कोशिश
पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर हुए फायरिंग कांड के बाद शूटरों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अलग-अलग रास्तों से भागने की कोशिश की। चारों शूटर मंडी के आईटीआई चौक रितेश कुमार की बोलेरो गाड़ी से पहुंचे थे, वहां उतरने के बाद वह अलग-अलग दिशाओं में बंट गए थे। इनमें से दो शूटर मंडी बस स्टैंड से मनाली की ओर रवाना हो गए थे, जबकि बाकी दो गलती से रिवालसर जाने वाली बस में सवार हो गए थे।
मनाली और मणिकर्ण भागने की थी साजिश
पुलिस जांच में पता चला है कि दो शूटरों ने पहले से मनाली भागने की योजना बनाई थी। वहीं, बाकी दो शूटरों का मकसद मणिकर्ण पहुंचना था। हालांकि, गलती से वह शाम चार बजे मंडी से चलने वाली निजी बस शिवालिक में महामृत्युजंय चौक से रिवालसर जाने वाली बस में चढ़ गए।
जब उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ, तो वह बीच रास्ते में स्कूल बाजार के पास उतर गए। वहां से कहां गए कोई पता नहीं चल पाया है। रोहतक का अमन व सागर मंडी बस स्टैंड से बस में मनाली पहुंचे थे। वहां से चंडीगढ़ जाने वाली एचआरटीसी की बस में सवार हुए थे।
बस परिचालक से बस कहां जा रही है। इसके बारे में पूछा था। रेल सुविधा के बारे में भी पूछा था। पुलिस ने दोनों बसों के परिचालकों के बयान दर्ज किए हैं।
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