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    Himachal News: मनाली-लेह नेशनल हाईवे पर आवाजाही शुरू, पर्यटकों के खिले चेहरे; सेना की राह भी होगी आसान

    Updated: Wed, 14 May 2025 11:10 AM (IST)

    मनाली-लेह नेशनल हाईवे लगभग छह महीने बाद खुल गया है। इससे सेना और पर्यटकों दोनों को सुविधा होगी। अटल टनल रोहतांग बनने से सफर आसान हो गया है। बर्फबारी के कारण नवंबर से यह मार्ग बंद था। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने सड़क बहाल की जिससे लेह से पर्यटक लाहुल स्पीति कुल्लू व मनाली आ सकेंगे।

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    मनाली-लेह नेशनल हाईवे पर वाहनों की आवाजाही शुरू

    जागरण संवाददाता, मनाली। भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव को देखते हुए सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर मंगलवार को लगभग छह महीने बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। इससे सेना के साथ-साथ पर्यटकों की राह भी आसान हो गई है। सैन्य वाहन लेह तक सुरक्षित पहुंच जाएंगे।

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    टूरिस्टों को होगी आसानी

    पठानकोट से लेह के लिए दो मार्ग हैं। मनाली व बारालाचा होते हुए 740 किलोमीटर लंबे मार्ग पर अटल टनल रोहतांग बनने के बाद सफर 17 से 18 घंटे में होता है। यह मार्ग दुश्मनों की नजर से दूर है और पूरी तरह सुरक्षित है। दूसरा मार्ग पठानकोट से श्रीनगर, जोजिला पास व कारगिल होकर लेह तक पहुंचाता है। इसकी दूरी 723 किलोमीटर और यात्रा में 17 से 18 घंटे लगते हैं। इस मार्ग पर दुश्मन की नजर भी रहती है।

    हिमपात के कारण नवंबर से बंद था मार्ग

    कारगिल व द्रास की पहाड़ियों से दुश्मन के नुकसान पहुंचाने का अंदेशा रहता है। मार्ग बहाल होने से लेह से पर्यटक लाहुल स्पीति, कुल्लू व मनाली आ सकेंगे, जबकि हिमाचल से पर्यटक लेह जा सकेंगे।

    हिमपात के कारण यह मार्ग नवंबर से बंद था। इससे पहले पर्यटक दारचा-शिंकुला व पद्दुम निमो होकर मनाली-लेह के बीच आवाजाही कर रहे थे। यह मार्ग छोटे वाहनों के लिए गत वर्ष ही बनकर तैयार हुआ है जबकि बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए इसे तैयार किया जा रहा है।

    सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा मनाली-लेह सड़क बहाली करने के बाद डीसी लाहुल-स्पीति किरण भड़ाना ने सोमवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी थी। सोमवार को हिमाचल प्रदेश और लद्दाख सीमा पर स्थित सरचू में मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग औपचारिक रूप से खोला गया।

    इस बार लद्दाख के पांच वर्षीय बच्चे तेंजिन देचन ने रिबन काटकर मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग की बहाली की। हर साल हिमपात से यह सड़क नवंबर में बंद हो जाती है। सर्दियों में बीआरओ ने अधिकतर समय दारचा तक सड़क बहाल रखी। लगभग 430 किलोमीटर लंबे मनाली-लेह मार्ग को मनाली से सरचू तक बीआरओ की दीपक परियोजना जबकि सरचू से लेह तक हिमांक परियोजना देखरेख कर रही है। डीएसपी केलंग राज कुमार ने बताया कि लेह मार्ग पर यातायात सुचारू हो गया है। उन्होंने पर्यटकों से आग्रह किया कि मौसम देखकर ही बारालाचा दर्रे को आरपार करें।

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