हिमाचल: बिजली महादेव मंदिर की सदियों पुरानी परंपरा तोड़ी, चौकीदार को पीटकर खोल दिए शिवालय के बंद कपाट
कुल्लू के बिजली महादेव मंदिर में एक युवक ने सदियों पुरानी परंपरा को तोड़ दिया। मंदिर के बंद कपाट खोल दिए और रोकने पर चौकीदार को पीटा। मंदिर कमेटी ने प ...और पढ़ें

कुल्लू स्थित बिजली महादेव मंदिर। जागरण आर्काइव
संवाद सहयोगी, कुल्लू। हिमाचल प्रदेश जिला कुल्लू स्थित बिजली महादेव मंदिर में पहली बार परंपरा टूट गई है। एक युवक ने परंपरा को तोड़ते हुए मंदिर के बंद कपाट को खोल दिया है। इस कृत्य से मंदिर की सदियों पुरानी धार्मिक परंपरा खंडित हुई है।
युवक को ऐसा करने से रोकने पर उसने मंदिर के चौकीदार को पीट दिया। घटना के बाद मंदिर कमेटी ने युवक के खिलाफ पुलिस थाना में मामला दर्ज करवाया है।
तीन माह कपाट बंद रखने की है सदियों से परंपरा
मंदिर कमेटी के अनुसार, श्री महादेव मंदिर के कपाट हर वर्ष करीब तीन माह तक बंद रहते हैं। इस अवधि में किसी भी व्यक्ति को कपाट के भीतर प्रवेश की अनुमति नहीं होती। यह परंपरा धार्मिक मान्यताओं से जुड़ी है और वर्षों से सख्ती से निभाई जा रही है। इसके बावजूद युवक ने नियमों की अनदेखी करते हुए जबरन कपाट खोल दिए और अंदर प्रवेश किया।
मंदिर कमेटी सदस्य तुरंत पहुंचे
बताया जा रहा है कि चौकीदार ने जब युवक को रोकने का प्रयास किया, तो उसने चौकीदार के साथ धक्का-मुक्की करते हुए पिटाई कर दी। इससे मंदिर परिसर में कुछ समय के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। घटना की सूचना मिलते ही मंदिर कमेटी के सदस्य मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला।
आस्था से जुड़ा गंभीर उल्लंघन
मंदिर कमेटी ने इस पूरे मामले को आस्था से जुड़ा गंभीर उल्लंघन बताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। कमेटी का कहना है कि इस तरह की घटनाएं धार्मिक स्थलों की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं और भविष्य में ऐसी हरकतों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और युवक से पूछताछ शुरू कर दी गई है।
लोगों में भी आक्रोश
पुलिस का कहना है कि सभी तथ्यों की जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में रोष है।
क्या कहते हैं मंदिर कमेटी पदाधिकारी
मामले को लेकर मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष फतेह चंद राणा ने बताया कि युवक की शिकायत पुलिस थाना कुल्लू को दी है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति धार्मिक परंपराओं से खिलवाड़ न कर सके।

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