Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bijli Mahadev: देव आदेश! पहली बार सावन के महीने में बिजली महादेव के कपाट बंद, इस बड़ी वजह से मंदिर में प्रवेश पर लगी रोक

    Updated: Tue, 15 Jul 2025 04:21 PM (IST)

    Bijli Mahadev Temple Kullu प्रसिद्ध बिजली महादेव मंदिर सावन में श्रद्धालुओं के लिए बंद हो गया है। देवता के आदेश पर अगले छह महीने तक मंदिर में कार्यक्रम नहीं होंगे श्रद्धालु बाहर से ही दर्शन कर सकेंगे। बताया जा रहा है कि बिजली महादेव पहाड़ी पर रोपवे निर्माण से नाराज हैं जिसके चलते यह निर्णय लिया गया है।

    Hero Image
    बिजली महादेव मंदिर कुल्लू के कपाट देव आदेश पर बंद कर दिए हैं।

    संवाद सहयोगी, कुल्लू। Bijli Mahadev Temple Kullu, प्रसिद्ध बिजली महादेव का मंदिर सावन माह में श्रद्धालुओं के लिए बंद हो गया है। देव आदेश पर आगामी छह माह के लिए मंदिर में कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है। श्रद्धालु मंदिर के भीतर प्रवेश नहीं कर पाएंगे, महादेव के दर्शन भी बाहर से ही होंगे। बिजली महादेव ने गूरवाणी से आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि बिजली महादेव पहाड़ी पर रोपवे निर्माण से रुष्ट हैं। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मंदिर परिसर के आसपास कुछ नई दरारें भी देखी गई हैं। ऐसे में अब घाटी के लोगों को भी डर सताने लगा है। पिछले कई सालों से बिजली महादेव रोपवे को लेकर विवाद चल रहा है। महादेव ने गुरवाणी के माध्यम से कहा है कि यहां रोपवे नहीं बनना चाहिए।

    बिजली महादेव की पहाड़ी पर आई दरारें। लोग इसे बड़ी प्राकृतिक आपदा का खतरा बता रहे हैं।

    लेकिन रोपवे निर्माण के लिए वकायदा कंपनी को टेंडर कर दिया गया और इतना ही नहीं इसके दायरे में आने वाले पेड़ों का भी कटान भी शुरू कर दिया है। मौजूदा समय तक 72 पेड़ों का कटान कर दिया है। इसकी लकड़ी अभी वहीं पर है। जिसको ले जाने से लोगों ने मनाही कर दी है। अब लोगों ने फिर से महादेव परिसर में रोपवे का विरोध जताया है। 25 जुलाई को इसके लिए एक विशाल प्रदर्शन रखा गया है।

    सावन में पहली बार बंद हुआ मंदिर

    सावन महीने में बिजली महादेव मंदिर पहली बार श्रद्धालुओं के लिए बंद हो रहा है। मंदिर सर्दी के मौसम में जरूर दिसंबर की संक्रांति को बंद होता है और इसके बाद महाशिवरात्रि पर मंदिर के कपाट खुलते हैं। 

    बुजुर्ग शिवनाथ ने दी आत्मदाह की चेतावनी

    बिजली महादेव रोपवे के विरोध में बुजुर्ग शिवनाथ ने कहा कि अगर निर्माण न रोका तो वह आत्मदाह करेंगे। पहले भी 1988 में बिजली महादेव परिसर में हेलीपैड बनाना था, लेकिन उस दौरान भी त्रासदी आई थी। अब रोपवे निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हम किसी भी सूरत में रोपवे को लगने नहीं देंगे।

    बिजली महादेव रोपवे प्रोजेक्ट के लिए काटे गए पेड़। 

    देव आदेश हुआ है कि छह माह तक मंदिर में कोई भी कार्य नहीं होगा। सावन माह में भी मंदिर बंद रहेगा। बाहर से ही भक्त दर्शन कर सकते हैं।

    - विनेंद्र जंबाल कारदार बिजली महादेव।

    यह भी पढ़ें- Himachal: फलों से लदे सेब के पेड़ काटने पर पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का छलका दर्द, सुक्खू सरकार को दी खास सलाह

    यह भी पढ़ें- हिमाचल में लागू होगा सोनम वांगचुक का शिक्षा माडल, शिक्षा मंत्री व अधिकारियों ने HIAL का दौरा किया, शिक्षक लेंगे प्रशिक्षण