रिटायर होना चाहता हूं, हाईकमान नहीं मानताः वीरभद्र सिंह
वह मंगलवार को अपने कुल्लू जिला के तीन दिवसीय दौरे पर अंतिम दिन बजौरा में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। ...और पढ़ें

कुल्लू, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि वह स्वयं रिटायर होना चाहते हैं। वह 84 वर्ष के हो गए हैं, लेकिन पार्टी कहती है कि चले रहो, कार्य करते रहो। आज नौजवानों का जमाना है, नया खून आना चाहिए राजनीति में, लेकिन इसके साथ ही उन्हें समझाने वाले बड़े-बुजुर्ग भी चाहिए।
वह मंगलवार को अपने कुल्लू जिला के तीन दिवसीय दौरे पर अंतिम दिन बजौरा में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजनीति में सिर्फ नया ही नया या फिर पुराना ही पुराना हो तब भी कार्य नहीं चलता, सबका समावेश चाहिए। चुनावों में उम्मीदवार काबिल होना चाहिए, उसे ही टिकट मिले तो जीत अपने आप होगी। मैंने भी 25 साल की उम्र में चुनाव लड़ा था।
प्रदेश कांग्रेस में चल रही खींचतान को लेकर उन्होंने कोई सीधी टिप्पणी तो नहीं की लेकिन यह अवश्य कहा कि पार्टी प्रजातांत्रिक प्रणाली से चलनी चाहिए। पार्टी अध्यक्ष चुनाव के माध्यम से बनाया जाना चाहिए न कि मनोनयन से। बकौल वीरभद्र, मैं स्वयं पांच बार कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष रहा हूं, लेकिन चुनाव जीतकर बना, सीधा ऊपर से नहीं।
चार बार चुनाव से अध्यक्ष बने और एक बार जब केंद्रीय मंत्री पद छोड़कर आया था तो हाईकमान ने यहां विस चुनाव से दो माह पहले मुझे जिम्मेदारी सौंपी थी। इसी के साथ उन्होंने अपने अंदाज में मुस्कुराते हुए चुटकी ली कि अब तो सब उल्टा हो गया है, सब मनोनीत ही हो रहे हैं, अपने-आप झंडू बन गए हैं। लोग संगठनात्मक
चुनाव का नाम ही भूल गए हैं, बस एक-दो को
मक्खन लगाओ और पदाधिकारी बन जाओ। उन्होंने साफ कहा कि ऐसे लोग पार्टी के वफादार नहीं, केवल व्यक्ति विशेष के वफादार होते हैं।
उन्होंने सैंज में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें कोई ठग नहीं सकता। वह सब जानते हैं कि कौन उनका सच्चा विश्वासपात्र है और खुशामद कर रहा है। उन्हें ऐसे चाटुकार लोग कतई पसंद नहीं। टिकट भी केवल काबिल व
ईमानदार व्यक्ति को ही मिलना चाहिए, क्योंकि खुशामद करने वाले का विश्वास नहीं किया जा सकता।भाजपा के बयान कि कांग्रेस खत्म हो गई है, पर सीएम ने कहा कि कांग्रेस समाप्त होने वाली पार्टी नहीं, यह अमर है। बस दौर बदलते रहते हैं। कभी अच्छा तो कभी बुरा लेकिन इससे पार्टी खत्म नहीं होती।
उन्होंने विपक्ष के आरोप की रेवडिय़ों की तरह स्कूल बांटते पर हैं, पर कहा कि दूरदराज व दुर्गम क्षेत्र के बच्चों की सुविधा के लिए जगह-जगह स्कूल खोले हैं और यदि वहां बच्चे नहीं होंगे तो व्यवस्था बनाई जाएगी। इस अवसर पर आइपीएच मंत्री विद्या स्टोक्स, ऊर्जा मंत्री सुजान सिंह पठानिया और पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह सहित अन्य स्थानीय नेता, प्रशासनिक-पुलिस व विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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