कुल्लू में चार महीने पहले फंसे थे इंजीनियर, सुरक्षित टनल से निकालने पर सरकार ने 'माउंटेन मैन' को किया सम्मानित
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में टनल में फंसे इंजीनियरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इन लोगों को सुरक्षित निकालने में माउंटेनव मैन छापेराम नेगी की अहम भूमिका है। उनके इस कार्य के लिए हिमाचल सरकार ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। इससे पहले इजरायल की सरकार ने भी इनका सम्मान किया है। आपदा के समय दूर से दूर से आए लोग नेगी को याद करते हैं।

संवाद सहयोगी,कुल्लू। प्राकृतिक आपदा में मलाणा डैम के टूटने के कारण टनल के अंदर फंसे कर्मचारियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कुल्लू के माउंटेन मैन छापे राम नेगी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।
ऐसी पहली बार शिवपुरी चौकी गांव से संबंध रखने वाले छापे राम नेगी को हिमाचल में यह सम्मान दिया गया है।
दूर-दूर से लोग छापेराम को सहायता के लिए याद करते हैं
किसी भी प्राकृतिक आपदा में छापे राम नेगी को लोग दूर-दूर से सहायता के लिए याद करते हैं। वह भी अपने सारे काम छोड़कर अपनी जान को दांव पर लगाकर दूसरों की जिंदगी को बचाने के लिए दौड़े चले आते हैं।
इसके लिए वह टीम में सभी सदस्यों का हौंसला भी बढ़ाते हैं और स्वजन को भी ढांढस बंधाते हैं। दो अगस्त 2024 शुक्रवार को मलाणा विद्युत परियोजना-दो में टनल के अंदर इंजीनियर सहित चार कर्मचारी फंस गए थे।
इसके बाद फंसे चार युवाओं को बचाने के लिए छापे राम नेगी ने जान लगा दी और चारों को सुरक्षित बचा लिया। इंजीनियर टनल में फंसे थे उनमें सौरभ शर्मा,विशाल पांडेय,डोला सिंह और बैंकटेश शामिल हैं।
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दूसरों में जोश भर देते हैं छापेराम
रेस्क्यू टीम में प्रशासन की ओर से होमगार्ड और एनडीआरएफ की टीमें भी थी लेकिन जिस तरह से छापे राम काम करते हैं, तो वह दूसरों में भी हौंसला और रेस्क्यू टीम में जोश भर देते हैं।
इन्होंने इसके जाने के लिए रास्ता बनाया है। दरअसल पिछले साल 30 और 31 अगस्त की रात को आसमान से ऐसी आफत बरसी कि कुल्लू जिला में कई लोगों के घर बह गए कई लोग मकान सहित दब गए। कुल्लू जिला के मलाणा में भी बादल फटने से बाढ़ आ गई।
इंटरनेट पर लाइव आकर दी थी सूचना
सुबह होते ही छापे राम नेगी मलाणा बांध-एक के पास पहुंचे तो वहां से बांध टूटने की आवाज आई और पानी का बहाव तेज हो गया। ऐसे में छापे राम ने इंटरनेट मीडिया में लाइव आकर लोगों को इसकी सूचना दी और जोर-जोर से चिल्लाते हुए कहा कि मलाणा डैम टूट गया है।
पानी का बहाव तेज हो गया नदी किनारे रह रहे लोग घरों से दूर चले जाए। हालांकि कई लोगों की जमीनें बह गई और कई लोगों के घर चले गए। लेकिन किसी की जान नहीं गई। इसके बाद सुबह सवेरे मलाणा डैम के पावर हाउस में फंसे परियोजना के चार युवाओं को निकालने के लिए वह पहाड़ी से चढ़कर डैम साइट पहुंचे।
शुरू से इंटरनेट मीडिया में लाइव होते हुए पूरे रेस्क्यू की जानकारी युवाओं के स्वजन तक पहुंचाई और जब सुरक्षित उन्हें निकाला तो जोर से जयकारे लगाए। छापे राम नेगी अब तक 220 से अधिक रेस्क्यू कर चुके हैं।
इजरायल में भी किया जा चुका है छापे राम को सम्मानित
इजरायल सरकार ने छापेराम को 'बेन गुरियन' पुरस्कार दिया है। छापे राम नेगी का नाम ट्रैकिंग की दुनिया में बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। दुनिया भर के ट्रैकर उनके प्रशंसक हैं। इनके इनामों की सूची में एक और नाम जुड़ गया है। इस सम्मान के लिए नेगी ने इसके लिए राज्यपाल सहित सभी का आभार जताया है।
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