पौंग बांध का जलस्तर अब भी खतरे के निशान से 4.56 फीट ऊपर, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट; शाहनहर को भी नुकसान
Pong Dam पोंग बांध का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है जो फतेहपुर और इंदौरा के मंड क्षेत्र के गांवों को प्रभावित कर रहा है। वर्तमान में जलस्तर 1394.56 फीट दर्ज किया गया है जो खतरे के निशान से 4.56 फीट अधिक है। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।

संवाद सहयोगी, फतेहपुर (कांगड़ा)। Pong Dam, बीबीएमबी की ओर से लगातार ब्यास नदी में पानी छोड़ने के बावजूद पिछले कई दिन से पौंग बांध का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है। शुक्रवार को बांध का जलस्तर 1394.56 फीट दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 4.56 फीट अधिक है।
विधानसभा फतेहपुर और इंदौरा के तहत मंड क्षेत्र के गांव पिछले डेढ़ माह से प्रभावित हो रहे हैं।
बांध में जलस्तर प्रतिदिन बढ़ने से निचले क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है और प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
बुधवार को जलस्तर 1395.24 फीट तक चला गया था। उस समय बांध में 74,910 क्यूसेक पानी की आमद दर्ज हुई थी। 18 सितंबर सुबह 6 बजे जलस्तर 1394.68 फीट, इनफ्लो 37,248 क्यूसेक और आउटफ्लो 59,845 क्यूसेक रहा। इस दौरान 42,953 क्यूसेक पानी स्पिलवे और 16,892 क्यूसेक टर्बाइन से छोड़ा।
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
एसडीएम फतेहपुर विश्रुत भारती ने कहा कि बांध का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है और रेस्क्यू टीमों को तैयार रखा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। 16 सितंबर को जलस्तर 1394.85 फीट, 17 को 1395.24 फीट, 18 सितंबर की सुबह तक 1394.88 फीट और 19 सितंबर को जलस्तर 1394.56 फीट दर्ज किया गया।
19 सितंबर की स्थिति
- जलस्तर: 1394.56 फीट
- इनफ्लो: 44,780 क्यूसेक
- आउटफ्लो : 59,845 क्यूसेक
- स्पिलवे से निकासी : 42,953 क्यूसेक
- टर्बाइन से निकासी : 16,892 क्यूसेक
बांध से छोड़े जा रहे पानी से प्रभावित हुई शाहनहर
वहीं, पौंग बांध से छोड़े गए पानी से शाहनहर भी प्रभावित होने से अछूती नहीं रही है। जलशक्ति विभाग करीब चार हजार हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा नहीं दे पा रहा है। जलशक्ति विभाग के धर्मशाला जोन के मुख्य अभियंता दीपक गर्ग अधिकारियों के साथ शाहनहर का दौरा कर मौजूदा स्थिति का जायजा ले चुके हैं।
दीपक गर्ग ने बताया कि बीबीएमबी की ओर से बांध से छोड़े जा रहे पानी के कारण शाहनहर प्रभावित हुई है। वर्ष 2023 से लेकर अभी तक विभाग को 6 से 7 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। विभाग की ओर से इस संबंध में नुकसान संबंधी रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसे प्रदेश सरकार को भेजने के साथ-साथ डीसी कांगड़ा के माध्यम से बीबीएमबी को भी भेजा जाएगा।
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