हिमाचल में कनाडा की पैराग्लाइडर पायलट की मौत के बाद एक और हादसा, 14000 फीट की ऊंचाई पर हुई इमरजेंसी लैंडिंग
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में बीड़ बिलिंग से उड़ान भरने के बाद एक ऑस्ट्रियाई पायलट को खराब मौसम के कारण पहाड़ों में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन और रेस्क्यू टीम ने 14000 फीट की ऊंचाई से पायलट को सुरक्षित निकाला। तीन दिन में यह पैराग्लाइडिंग की दूसरी घटना है।

बीड़ बिंलिंग से उड़ान के बाद पैराग्लाइडर पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग की। प्रतीकात्मक फोटो
संवाद सहयोगी, बैजनाथ (कांगड़ा)। हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में कनाडा की पैराग्लाइडर पायलट की मौत के बाद एक और हादसा हो गया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात पैराग्लाइडिंग साइट बीड़ बिलिंग से उड़ान भरने के बाद ऑस्ट्रिया के पायलट को पहाड़ों में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी।
पायलट ने सोमवार को बिलिंग से पैराग्लाइडिंग की उड़ान भरी थी। पहाड़ों पर इमरजेंसी लैंडिंग के बाद पायलट को रेस्क्यू करने का अभियान चलाया गया।
14000 फीट की ऊंचाई पर की थी इमरजेंसी लैंडिंग
बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन और माउंटेन पैरा रेस्क्यू की टीम ने बरोट से ऊपर करीब 14000 फीट की ऊंचाई से ऑस्ट्रिया के पैराग्लाइडर पायलट को आज सुबह सुरक्षित निकाला है।
प्रतिकूल मौसम के कारण हुई दिक्कत
हवा के दबाव व प्रतिकूल मौसम के कारण पायलट को पहाड़ों के बीच इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी। प्रशासन व प्रबंधन ने किसी तरह पायलट से संपर्क साध कर आज सुबह हेलीकॉप्टर के माध्यम से सफल रेस्क्यू कर लिया गया है।
तीन दिन में दूसरा हादसा
तीन दिन में यह दूसरा पैराग्लाइडिंग हादसा हो गया है। तीन दिन पहले आदि हिमानी की पहाड़ी पर कनाडा की महिला पायलट को क्रैश लैंडिंग करनी पड़ी थी। प्रशासन ने हेलीकॉप्टर के माध्यम से सर्च व रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाया था, लेकिन महिला की जान नहीं बचाई जा सकी। गत दिवस रेस्क्यू टीम को महिला मृत हालत में मिली थी।
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धौलाधार की खूबसूरती भौगोलिक संरचना से आकर्षित होते हैं विदेशी पायलट
हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा की धौलाधार रेंज में पैराग्इलाडिंग गतिविधियां होती हैं। यहां का खूबसूरत नजारा व भौगाेलिक परिस्थिति विदेशी पायलटों सहित पर्यटकों को खूब भाती है। इस कारण यहां भारी तादाद में पर्यटक व विदेशी पैराग्लाइडिंग पायलट पहुंचते हैं।
तीन दिन में दो हादसों ने खड़े किए सवाल
यहां कई बार अंतरराष्ट्रीय स्तर के इवेंट भी हो चुके हैं। पैराग्लाइडिंग का विश्व कप भी हो चुका है। इस बीच कई बार हादसे भी होते हैं। लेकिन इस बार तीन दिन में ही दो हादसे होने से सवाल खड़े हो गए हैं।
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