CUHP: देहरा में केंद्रीय विवि का 87 प्रतिशत काम पूरा, तय हो गया कब शिफ्ट होगी यूनिवर्सिटी; कौन करेगा उद्घाटन
Himachal Pradesh Central University हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय अगले चार महीने में देहरा में शिफ्ट हो जाएगा जहाँ 87% काम पूरा हो चुका है। वीसी प्रो. सत प्रकाश बंसल ने बताया कि दिसंबर तक पानी और बिजली की व्यवस्था हो जाएगी। जनवरी तक प्रधानमंत्री या केंद्रीय मंत्री इसका लोकार्पण करेंगे। विश्वविद्यालय के विस्तार के लिए 50 हेक्टेयर अतिरिक्त जमीन का प्रविधान है।

संवाद सहयोगी, देहरा (कांगड़ा)। Himachal Pradesh Central University, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयू) अगले चार माह में देहरा स्थित निर्माणाधीन परिसर में शिफ्ट कर दिया जाएगा। सीयू के वीसी प्रो. सत प्रकाश बंसल ने कहा है कि विश्वविद्यालय परिसर का 87 फीसद काम पूरा हो चुका है। दिसंबर तक पानी और बिजली की भी व्यवस्था हो जाएगी। जनवरी तक इसे देहरा शिफ्ट कर दिया जाएगा।
उनका कहना है कि प्रधानमंत्री या फिर केंद्रीय मंत्री विश्वविद्यालय का लोकार्पण करेंगे। उन्होंने बताया कि सरकार ने विश्वविद्यालय के विस्तार के लिए 50 हेक्टेयर अतिरिक्त जमीन का प्रविधान किया है। अभी विश्वविद्यालय परिसर के निर्माण का पहला चरण चल रहा है।
अभी विश्वविद्यालय परिसर में स्कूल आफ इंजीनियरिंग और स्कूल आफ मेडिकल साइंसेज की अनुमति मिली है। दूसरे और तीसरे चरण तक यहां काफी कुछ नया बन जाएगा।
बंसल मंगलवार को देहरा में सीयू परिसर में बने औषधीय उद्यान का उद्घाटन करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह उद्यान सभी के लिए खुला रहेगा। पांच एकड़ जमीन में इसे बनाने की योजना है। इसमें कई तरह के औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। इसे पालमपुर के ट्यूलिप गार्डन की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इस अवसर पर प्रो. बंसल ने अशोक पौधा रोपित किया, जो शांति और सद्भाव का प्रतीक है। समारोह में उनकी पत्नी डा. सुनीता बंसल भी शामिल हुईं और उन्होंने भी अशोक का वृक्ष रोपित किया।
समारोह में केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के अधिष्ठाता अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार तथा जैविक विज्ञान स्कूल के डीन और जंतु विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सुनील ठाकुर ने कपूर ने भी पौधे लगाए। पौधरोपण अभियान में कुलसचिव डॉ. नरेंद्र कुमार संख्यान भी सम्मिलित हुए।
यह कार्यक्रम पादप विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा. सचिन उपमन्यु के सफल नेतृत्व में आयोजित किया गया, जिसमें विभाग के प्राध्यापकों डा. हर्षरण सिंह, डा. दिव्या वी. नायर, डा. मुनिश शर्मा, डा. आशुन चौधरी तथा डा. जितेन्द्र कुमार का सक्रिय सहयोग रहा।
सप्तसिंधु परिसर, देहरा-प्रथम के निदेशक प्रो. संजीत सिंह ने बॉटैनिकल गार्डन के निर्माण कार्य में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया तथा प्रो. निरुपमा सिंह द्वारा उद्यान के लिए लैंडस्केपिंग सहयोग दिया गया। उद्यान के विकास एवं फील्ड कार्य को कार्यान्वित करने में अधिशाषी अभियंता पुनीत कुमार शर्मा, सहायक अभियंता ऋषव शर्मा तथा कनिष्ठ अभियंता अभिमन्यु शर्मा का तकनीकी सहयोग प्राप्त हुआ।
डा. सचिन उपमन्यु ने बताया कि यह बाटैनिकल गार्डन विद्यार्थियों को पारंपरिक ज्ञान तथा पौधों के सांस्कृतिक महत्व से अवगत कराएगा और उन्हें जैव विविधता संरक्षण के महत्व को समझने के लिए प्रेरित करेगा। भविष्य में और अधिक प्रजातियों को शामिल करने की योजना के साथ, यह उद्यान पर्यावरणीय शिक्षा और सतत विकास में अपनी भूमिका का निरंतर विस्तार करता रहेगा तथा विद्यार्थियों को प्रकृति और उसकी अमूल्य संपदाओं से जुड़े रहने के लिए प्रेरित करेगा।
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