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हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड कर्मचारी यूनियन निजीकरण के विरोध में आज करेगी प्रदर्शन, रैली भी निकालेंगे

Himachal Electricity Board Employees Union हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रि‍सिटी बोर्ड एंप्‍लायज यूनियन आज निजीकरण का विरोध करेगी। पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन होगा। कांगड़ा सर्कल में 11 बजे से एक बजे तक धरना प्रदर्शन करने के बाद बाजार में रोष रैली निकाली जाएगी।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Updated: Wed, 03 Feb 2021 08:17 AM (IST)
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हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रि‍सिटी बोर्ड एंप्‍लायज यूनियन आज निजीकरण का विरोध करेगी।

धर्मशाला, जेएनएन। Himachal Electricity Board Employees Union, हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रि‍सिटी बोर्ड एंप्‍लायज यूनियन आज निजीकरण का विरोध करेगी। पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन होगा। कांगड़ा सर्कल में 11 बजे से एक बजे तक धरना प्रदर्शन करने के बाद बाजार में रोष रैली निकाली जाएगी। इन धरना प्रदर्शन में विद्युत पेंशनर व उपभोक्ताओं के साथ सभी पंचायत प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप खरवाड़ा ने बताया बिजली कंपनियों के निजी के दुष्प्रभाव हैं। इनमें बिजली कंपनी का स्वामित्व निजी हाथों में चला जाएगा और उसकी सभी संपत्तियों को कौडि़यों के भाव निजी कंपनी को बेच दिया जाएगा, वहीं इनमें कार्यरत कर्मचारियों को भी निजी कंपनी के अदीन उसकी सेवा शर्तों पर कार्य करना होगा।

उन्होंने कहा संशोधन कानून के प्रभाव में आने से बोर्ड विघठित होकर सभी कार्यों को अलग-अलग करने साथ वितरण के कार्य को छोटी-छोटी कंपनियों में बांटा जाएगा। बिजली मापने के लिए जगह-जगह इलेक्ट्रोनिक उपकरणों व बिजली के फीडरों के अलग-अलग करने से उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।

प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की लागत औद्योगिक क्षेत्र की तुलना में काफी ज्यादा है, जिसे अभी विद्युत दरें तय करते समय क्रास सबसिडी से कम किया जा रहा है। लेकिन कानून पारित हो जाने से दूरदराज क्षेत्र में बिजली दरें आपूर्ति के हिसाब से तय होगी और इनमें कई गुणा बढ़ोतरी होगी।