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    हमीरपुर: महिला का शव 4 घंटे हाईवे पर रखकर प्रदर्शन, CM ने खुद बात की तो माने लोग; नाबालिग की दरिंदगी का शिकार हो गई रंजना

    By Jagran News Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Sun, 09 Nov 2025 03:03 PM (IST)

    हमीरपुर में एक नाबालिग द्वारा जबरदस्ती के बाद महिला की पिटाई से मौत हो गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने महिला के शव को नेशनल हाईवे पर रखकर चक्का जाम कर दिया और आरोपित की उम्र के सबूत सार्वजनिक करने की मांग की। ग्रामीणों और पुलिस के बीच तनाव बना हुआ है, और यातायात बाधित है।  

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    हमीरपुर के सासन गांव में महिला की मौत के बाद प्रदर्शन करते लोग। जागरण

    रवि ठाकुर, हमीरपुर। हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर में नाबालिग द्वारा जबरदस्ती करने के बाद महिला की पिटाई से मौत पर रविवार सुबह बवाल हो गया। शासन पंचायत में माहौल तनावपूर्ण बन गया। ग्रामीणों ने महिला का शव नेशनल हाईवे पर रखकर चक्का जाम कर दिया। ग्रामीणों ने सुबह 10 से 2 बजे तक चार घंटे शिमला-मटौर हाईवे बंद रखा। 

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    लोग मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के आश्वासन के बाद माने। उपायुक्त हमीरपुर अमरजीत सिंह ने मृतका की जीजा की सीएम से बात करवाई। सीएम ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। लोगों ने सासन में पुलिस चौकी खाेलने की भी मांग रखी। साथ ही क्षेत्र में उचित पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की। जिस पर सीएम ने एसपी को निर्देश दिए। 

    ग्रामीणों की मांग थी कि जिस लड़के ने महिला रंजना देवी के साथ गलत काम किया है, उसके नाबालिग होने के सबूत सार्वजनिक किए जाएं, तभी महिला का अंतिम संस्कार किया जाएगा। लेकिन प्रशासन के मनाने के बाद वे मान गए व महिला के शव का संस्कार कर दिया गया। नाबालिग आरोपित की उम्र के सुबूत और दिव्यांग गोलू की परवरिश को लेकर लोग लामबंद थे। दिव्यांग गोलू ने मां की चिता काे अग्नि दी। 

    ग्रामीण बोले, आरोपित की उम्र को लेकर संदेह

    ग्रामीणों का कहना है कि आरोपित की उम्र को लेकर संदेह है और वे चाहते हैं कि प्रशासन उसकी वास्तविक उम्र के दस्तावेज पेश करे। लोगों ने हाईवे पर बैठकर जमकर नारेबाजी की और कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक वे सड़क से नहीं हटेंगे। दोपहर दो बजे लोग हाईवे से हटे। 

    चार घंटे ठप रहा हाईवे

    इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात पूरी तरह ठप हो गया। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे। चार घंटे तक वाहन फंसे रहे। 

    भारी पुलिस बल तैनात

    महिला का शव शनिवार देर रात पीजीआई चंडीगढ़ से गांव लाया गया था, जिसके बाद रविवार सुबह ग्रामीण विरोध में उतर आए। मौके पर पुलिस बल पहुंच गया और भीड़ को शांत करने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे। ग्रामीणों में भारी आक्रोश बना हुआ है और वे महिला को न्याय दिलाने की मांग पर डटे हैं। स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

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    दिव्यांग गोलू की देखभाल पर स्पष्ट आश्वासन दे प्रशासन

    ग्रामीणों ने यह भी सवाल उठाया है कि मृतक महिला के दिव्यांग पुत्र गोलू की देखभाल कौन करेगा। उन्होंने प्रशासन से इस बच्चे के भविष्य को लेकर स्पष्ट आश्वासन मांगा है। प्रशासन के आश्वासन के बाद लोग हाईवे से हट गए। ग्रामीणों का कहना था कि यह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का गृह जिला है, इसलिए उन्हें भी यहां आकर स्थिति का जायजा लेना चाहिए।