हिमाचल: पंचायत चुनाव तीन चरण में करवाने की तैयारी, निर्वाचन आयोग का क्या है प्लान? देरी का मामला हाई कोर्ट पहुंचा
हिमाचल प्रदेश में पंचायत चुनाव तीन चरणों में होने की संभावना है, जिसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग तैयार है। मतदाता सूचियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, और 13 नवंबर तक आपत्तियां निपटाई जाएंगी। पिछले चुनाव की तरह इस बार भी तीन चरणों में चुनाव कराने पर विचार हो रहा है। मामला उच्च न्यायालय में पहुंचने के बाद, आयोग समय पर चुनाव कराने के लिए तैयार है।

हिमाचल प्रदेश में पंचायत चुनाव की तैयारी तेज हो गई है। प्रतीकात्मक फोटो
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश में पंचायत चुनाव तीन चरणों में आयोजित किए जा सकते हैं। राज्य निर्वाचन आयोग इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। आयोग के निर्देशों के अनुसार, मतदाता सूचियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 13 नवंबर तक दावे और आपत्तियों का निपटारा करने के बाद ये सूचियां फाइनल होंगी।
सूत्रों के अनुसार, पिछले चुनाव की तरह इस बार भी तीन चरणों में चुनाव कराने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि, जिन जिलों में पंचायतों के पुनर्गठन के प्रस्ताव पर विचार नहीं हो सका, उन्हें 15 नवंबर तक भेजे जाने का निर्देश दिया गया है। यदि पंचायतों का पुनर्गठन होता है, तो इससे मतदाता सूचियों पर प्रभाव पड़ेगा।
2021 में तीन चरण में हुआ था चुनाव
जनवरी 2021 में 3615 पंचायतों में से 3572 पंचायतों के लिए मतदान तीन चरणों में हुआ था। पहले चरण में 17 जनवरी 2021 को 1227 पंचायतों में, दूसरे चरण में 19 जनवरी को 1208 पंचायतों में और तीसरे चरण में 21 जनवरी को 1137 पंचायतों में मतदान हुआ था।
एक चरण में चुनाव करवाना क्यों मुश्किल
एक चरण में पंचायत चुनाव कराना संभव नहीं है, क्योंकि चुनावी ड्यूटी के लिए भारी संख्या में पीठासीन अधिकारियों, मतदान अधिकारियों और अन्य सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाती है।
मतदान मतपत्रों के माध्यम से ही होगा
प्रदेश में वर्तमान में 3577 पंचायतें हैं, जिनमें मतदान होगा। इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने मतपत्र छापने का कार्य सौंपा है। पंचायत राज संस्थाओं के त्रिस्तरीय चुनाव में 12 जिला परिषद के 250 सदस्यों, 91 ब्लाक समिति के 1766 सदस्यों, 3577 पंचायत प्रधान, उपप्रधानों और 21147 वार्ड पंचों के चुनाव पार्टी चुनावचिह्न पर नहीं होंगे। इसके लिए चुनाव चिह्न राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचित किए जा चुके हैं। नगर निगम के चुनाव पार्टी चुनावचिह्न पर होते हैं, जबकि नगर परिषद और नगर पंचायतों के चुनाव पार्टी चुनावचिह्न पर नहीं होते हैं।
जनवरी 2021 में बनाए थे 21198 मतदान केंद्र
जनवरी 2021 में तीन चरणों में हुए पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव के लिए 21198 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनमें से 972 मतदान केंद्रों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया था। ये चुनाव कोविड-19 के दौरान हुए थे और कोविड के फैलाव को रोकने के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन किया गया था।
पंचायत चुनाव में देरी को लेकर मामला पहुंचा न्यायालय में
पंचायत चुनाव को समय पर करवाने के लिए मामला हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में पहुंचा है। इस संबंध में सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग को पार्टी बनाया है। ऐसे में जब मामले की सुनवाई होगी तो पंचायत चुनाव को लेकर सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग को अपना जवाब देना होगा।
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राज्य निर्वाचन आयोग पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव समय पर करवाने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस संबंध में 13 नवंबर को मतदाता सूची फाइनल होगी। समय पर चुनाव करवाने के लिए आवश्यक दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
-अनिल खाची, आयुक्त, राज्य निर्वाचन आयोग।

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