नववर्ष पर सजे हिमाचल के शक्तिपीठ, मंदिरों में 24 घंटे दर्शन; लगा रहा श्रद्धालुओं का तांता
नववर्ष के आगमन पर हिमाचल प्रदेश के प्रमुख मंदिरों को सजाया जा रहा है। चिंतपूर्णी, श्रीनयना देवी, बाबा बालकनाथ, बज्रेश्वरी, चामुंडा देवी और ज्वालाजी मं ...और पढ़ें

नववर्ष के आगमन पर हिमाचल प्रदेश के प्रमुख मंदिरों को सजाया जा रहा है (फाइल फोटो)
जागरण टीम, धर्मशाला। नववर्ष के आगमन पर प्रदेश में पर्यटन स्थलों के साथ मंदिरों को सजाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाने और बाहरी हिस्से में लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है।
माता चिंतपूर्णी, श्रीनयना देवी, बाबा बालकनाथ दियोतसिद्ध, माता बज्रेश्वरी, माता चामुंडा देवी और माता ज्वालाजी मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को लेकर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। दर्शनों के लिए समय भी तय कर दिया है। चिंतपूर्णी मंदिर में श्रद्धालु रात्रि 11.30 से 12:30 बजे को छोड़कर दिनरात दर्शन कर सकेंगे।
31 दिसंबर और पहली को दो दिवसीय नववर्ष मेले का आयोजन किया31 दिसंबर और पहली जनवरी को मंदिरों में किया जाएगा नववर्ष मेलों का आयोजन11.30 से 12:30 बजे रात में एक घंटे के लिए चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट बंद24 घंटे दियोतसिद्ध मंदिर में कर सकेंगे।
श्रद्धालु बाबा बालकनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन6 से रात के 12 बजे तक ज्वालाजी, बज्रेश्वरी और माता चामुंडा देवी के दर्शन कर सकेंगे । ढोल-नगाड़ों और आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।

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