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    Himachal News: पर्यटकों के लिए खुला शिपकी ला, CM सुक्खू बोले मानसरोवर यात्रा के लिए पीएम से मिलूंगा

    मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किन्नौर जिले में शिपकी ला में सीमा पर्यटन की शुरुआत की है। अब पर्यटक चीन अधिकृत तिब्बत के साथ लगते सीमावर्ती क्षेत्र से शिपकी ला को नजदीक से देख सकेंगे। हिमाचल सरकार इस मार्ग से कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू करने का मामला केंद्र के समक्ष उठाएगी।

    By Jagran News Edited By: Suprabha Saxena Updated: Wed, 11 Jun 2025 11:17 AM (IST)
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    हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू

    जागरण टीम, शिपकी ला (किन्नौर)। पर्यटक अब चीन अधिकृत तिब्बत के साथ लगते सीमावर्ती क्षेत्र से शिपकी ला को नजदीक से निहार सकेंगे। मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किन्नौर जिला में शिपकी ला में ‘सीमा पर्यटन’ की शुरुआत की।

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    इसके बाद सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शिपकी ला पर्यटकों के लिए खुल गया है, अब हिमाचल सरकार इस मार्ग से कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू करने का मामला केंद्र के समक्ष उठाएगी।

    इसके लिए वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट करेंगे। शिपकी ला से कैलाश मानसरोवर यात्रा का सबसे सुगम रूट होगा। उन्होंने कहा कि भारत और चीन अधिकृत तिब्बत के बीच सदियों पुराना व्यापार मार्ग शिपकी ला वर्ष 2020 में व्यापार के लिए बंद कर दिया गया था।

    इस दर्रे के माध्यम से व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की अपार संभावनाएं हैं और इसे फिर से शुरू करने का मामला भी केंद्र से उठाया जाएगा। सुक्खू ने कहा कि सरकार ने केंद्र से हिमाचल स्काउट बटालियन स्थापित करने का भी आग्रह किया है, जिसमें राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों के लिए विशेष कोटा होगा।

    सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हवाई अड्डा स्थापित करने का मामला भी केंद्र के समक्ष उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए हिमाचल की सीमा तक जो सड़क बनानी पड़ेगी उसका खर्च राज्य सरकार उठाने के लिए तैयार है। राज्य सरकार ने रक्षा मंत्रालय से सीमावर्ती क्षेत्र लेप्चा, शिपकी ला, गिऊ और रानी कंडा में पर्यटन गतिविधियों को अनुमति प्रदान करने का आग्रह किया था। स्वीकृति प्राप्त होने के उपरांत सीमा पर्यटन पहल का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री ने शिपकी ला में सरहद वन उद्यान का शुभारंभ भी किया। उन्होंने इंदिरा प्वाइंट का भी दौरा किया।

    सीमा पर्यटन का लाभ सीमा पर्यटन पहल के साथ ही लेप्चा, गिऊ और रानी कंडा को भी पर्यटन के लिए खोल दिया है। पर्यटक अब समुद्र तल से 12,200 फीट पर स्थित शिपकी ला व साथ लगते गांवों में रहने वाले लोगों की जीवन शैली, जीवन यापन, रहन सहन व खानपान का अनुभव भी प्राप्त कर सकेंगे।

    ‘सीमा पर्यटन’ पहल राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो पर्यटकों को हिमाचल से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों जैसे लेपच ला, शिपकी ला, ग्यू मठ, खाना दुमटी, सांगला, रानी कंडा, छितकुल और लाहुल स्पीति के चयनित क्षेत्रों तक पहुंचने की सुविधा प्रदान करेगी। इसके बाद इस दर्रे पर पहुंच कर चीन सीमा को नजदीक से देख सकेंगे।

    पहली बार शिपकी ला आम लोगों के लिए खोला गया है। 57 साल पहले 9 जून, 1968 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जिस जगह पर पहुंच कर ‘वास्तविक नियंत्रण रेखा’ (एलएसी) स्थापित की थी, उनके साथ हिमाचल के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. वाइएस परमार भी आए थे। सुखविंदर सुक्खू दूसरे मुख्यमंत्री बने हैं जो यहां पहुंचे हैं। शिपकी ला के खुलने पर सुक्खू पहले विजिटर भी बने। उन्होंने यहां विजिटर बुक में हस्ताक्षर भी किए।

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