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    हिमाचल में चिट्टा तस्करी की सूचना देने पर मिलेगा 10 हजार से 10 लाख का इनाम, 30 दिन में राशि देगी सरकार

    By Jagran News Edited By: Rajesh Sharma
    Updated: Mon, 01 Dec 2025 01:25 PM (IST)

    हिमाचल सरकार ने चिट्टा तस्करी की सूचना देने वालों को पुरस्कृत करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विभिन्न मात्रा में चिट्टा की सूचना पर 10 हजार से 10 लाख रुपये तक के इनाम की घोषणा की है। सूचना 112 नंबर पर देनी होगी और नाम गुप्त रखा जाएगा। सरकार नशे के खिलाफ इस लड़ाई को मिशन मोड में ले जाकर युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करना चाहती है।

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    धर्मशाला में चिट्टे के विरुद्ध वाकाथान के बाद युवाओं को संबोधित करते मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू। जागरण

    जागरण संवाददाता, धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश में अब चिट्टा तस्करी की सूचना देने पर सरकार इनाम देगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इनाम की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि 2 ग्राम चिट्टा की सूचना पर 10 हजार रुपये देंगे, 5 ग्राम की सूचना पर 25 हजार रुपये देने की घोषणा की।

    25 ग्राम चिट्टे की सूचना पर 50 हजार रुपये, एक किलोग्राम तक 5 लाख व एक किलो से ऊपर 10 लाख रुपये इनाम दिया जाएगा। बड़े नेटवर्क पकड़वाने पर पांच लाख रुपये से अधिक रकम दी जाएगी। 30 दिन में इनाम की राशि दी जाएगी। 

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    112 नंबर पर देनी होगी सूचना

    112 नंबर पर इसकी सूचना देनी होगी, आपके नाम गुप्त रखे जाएंगे। 15 नवंबर को नशे के खिलाफ इस महा अभियान की शुरुआत शिमला से की थी और आज धर्मशाला से इस लड़ाई को सुपरचार्ज करने जा रहे हैं। चिट्टा सूचना योजना की घोषणा करते हैं।

    युवाओं के भविष्य को बचाने का युद्ध

    मुख्यमंत्री धर्मशाला पुलिस मैदान में चिट्टे के विरुद्ध वाकथान के बाद युवाओं को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी चिट्टा मुक्त अभियान में शामिल हुई है, उनके साथ बात करना चाहते हैं। आज यहां मुख्यमंत्री के रूप में नहीं आए हैं, बल्कि एक जिम्मेवारी लेकर आए हैं। युवाओं की एक ढाल बनकर खड़े हैं, आपके भविष्य की रक्षा करने आए हैं। चिट्टे के खिलाफ एक लड़ाई नहीं है बल्कि युवाओं के भविष्य को बचाने का युद्ध है। 

    अब लड़ाई मिशन मोड में

    लड़ाई अब मिशन मोड में पहंच गई है। जब हमारी सरकार बनी उस वक्त चुनौतियां बड़ी थी, हमने सीधा मुकाबला करने का फैसला लिया। ड्रग के बड़े सप्लायर व इंटर स्टेट सौदागरों की कमर तोड़ दी। चिट्टा बेचने वालों के लिए देवभूमि हिमाचल में कही भी कोई जगह नहीं है। 

    पिट एनडीपीएस एक्ट लागू किया

    हमारी सरकार बनी और 2024 पिट एनडीपीएस एक्ट को लागू किया, धरातल पर उतार दिया है। इस कानून के तहत 40 बड़े तस्कर हिरासत में लिए गए हैं। उन्होंने कहा था कि नशे की कमाई का एक एक पैसा जब्त होगा और इसे साबित किया है। 46 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त की है।

    देवभूमि से नामोंनिशान मिटाकर ही दम लेंगे

    यह नया हिमाचल है, हम नशे को देवभूमि से नामों निशान मिटाकर ही दम लेंगे। अब लड़ाई सिर्फ तस्करों से नहीं उनके नेटवर्क व सम्राज्य से हैं। जो हिमाचल के बच्चों को जहर बेचेगा, वह जेल जाएगा, उसका खेल खत्म। पुलिस, सामाजिक न्याय अब समाज एक एक व्यक्ति तलवार बनकर खड़ा हो गया है। 

    यह भी पढ़ें: धर्मशाला में चिट्टे के विरुद्ध हजारों युवाओं के साथ 2200 मीटर दौड़े CM सुक्खू, नशे के खिलाफ 3 बिंदुओं पर काम कर रही सरकार 

    बख्शे नहीं जाएंगे चिट्टा तस्कर

    पिछले कुछ दिनों से एंटी चिट्टा अभियान को यूथ को आगे लाने के लिए 15 अगस्त को एंटी चिट्टा वालंटियर योजना शुरू की। अगर सभी इस लड़ाई में आगे आएंगे तो चिट्टा भाग जाएगा। चिट्टा तस्कर कितना ही मजबूत क्यों न हो बख्शा नहीं जाएगा।