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    पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व मंत्री किशन कपूर, बेटे शाश्वत ने दी मुखाग्नि; भावुक होकर खूब रोए रमेश धवाला

    भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता किशन कपूर का रविवार को निधन हो गया। वह 74 वर्ष के थे। कपूर लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। सरकार और मुख्यमंत्री की ओर से कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर राजीव बिंदल ने परिवार को ढांडस बंधाया और श्रद्धासुमन अर्पित किए।

    By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Sun, 02 Feb 2025 04:44 PM (IST)
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    खनियारा के मांझी मोक्षधाम में पूर्व मंत्री किशन कपूर की हुई अंत्येष्टि। जागरण फोटो

    जागरण संवाददाता, धर्मशाला। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता किशन कपूर रविवार को खनियारा के मांझी मोक्षधाम में पंचतत्व में विलीन हो गए। एक बड़े राजनैतिक सूर्य का अस्त हो गया। राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। सरकार व मुख्यमंत्री की तरफ से कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।

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    नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने परिवार को ढांडस बंधाया और श्रद्धासुमन अर्पित किए। पूर्व मंत्री रमेश धवाला श्रद्धासुमन करते हुए भावुक हुए और खूब रोए कहा कि अपना घनिष्ठ मित्र खो दिया। मांझी मोक्षधाम में अंत्येष्टि की गई, बेटे शाश्वत कपूर ने मुखाग्नि दी।

    स्वजनों की नहीं सूखी नम आंखें

    रविवार सुबह 10 बजे दाड़नू स्थित आवास से पूर्व मंत्री किशन कपूर के शव को फूलों से सजे खुले वाहन में लाया गया और साढ़े दस बजे से लेकर 12 बजे तक अंतिम दर्शन के लिए शव को पटोला मैदान में रखा गया। जहां पर भाजपा व कांग्रेस के नेताओं, विभिन्न समाजसेवी संगठनों सहित बाहर से आए लोगों व स्थानीय लोगों ने श्रद्धासुमन अर्पित किए और अंतिम दर्शन किए।

    इस मौके पर पूर्व मंत्री किशन कपूर की धर्मपत्नी रेखा कपूर, बेटा शाश्वत कपूर व बेटी प्रगति कपूर सहित ताया, चाचा व पूरा परिवार व सगे संबंधी मौजूद रहे। किशन कपूर का बेटा शाश्वत अपनी बहन प्रगति को संभालता हुआ दिखा, वहीं मां को संभालता हुआ दिखा। परिवार के सदस्यों सहित स्वजनों की नम आंखें नहीं सूखी। पटोला मैदान में पहुंचे हर नेता व हर व्यक्ति ने नम आंखों से किशन कपूर को अंतिम विदाई दी।

    इन नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

    सरकार की तरफ से पूर्व मंत्री चंद्र कुमार नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, मुख्य सचेतक व शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया, विधायक सुधीर शर्मा, कांग्रेस नेता देवेंद्र जग्गी, विधायक पवन काजल, विधायक डा. जनकराज, पूर्व चुनाव आयुक्त, केसी शर्मा, हाईकोर्ट के जज रंजन शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन मौजूद रहे। 

    विधायक रणवीर निक्का, पूर्व मंत्री रविंद्र रवि, पूर्व मंत्री रमेश धवाला, पूर्व विधानसभा सचेतक विक्रम जरियाल, धर्मशाला नगर निगम की मेयर नीनू शर्मा, तिब्बती समुदाय, आरएसएस, एबीवीपी सहित विभिन्न संगठनों सहित गणमान्य नेताओं ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।

    कपूर का जाना अपूर्णीय क्षति: चंद्र कुमार

    कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि स्व किशन कपूर जिला कांगड़ा में भाजपा का प्रचार प्रसार आगे बढ़ाने वाले नेता, जिन्होंने लंबे समय तक धर्मशाला का प्रतिनिधित्व किया। पांच बार विधायक व एक बार सांसद रहे। जनजातीय लोगों के लिए काम किया। यह अपूर्णीय क्षति है।

    भगवान से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हैं और यह भी प्रार्थना करते हैं कि भगवान परिवार को यह क्षति झेलने की क्षमता दे। सरकार ने राजकीय सम्मान दिया है। सरकार की तरफ से यहां आए हैं।

    किशन कपूर ने पार्टी को दिया अतुलनीय योगदान: डॉ. बिदंल

    धर्मशाला, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने स्व किशन कपूर के बेटे शाश्वत कपूर व अन्य पारिवारिक सदस्यों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी और कहा कि किशन कपूर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में एक थे और उन्होंने अपने राजनैतिक जीवन में पार्टी के लिए अतुलनीय योगदान दिया।

    डा. बिंदल ने कहा कि किशन कपूर 5 बार विधायक व तीन बार मंत्री रहे और इस दौरान उन्होंने प्रदेश के विकास में अपना भरपूर योगदान दिया। 1980 में पार्टी के गठन से लेकर अब तक उन्होंने पार्टी के विभिन्न दायित्वों का पूर्ण निष्ठा से निर्वहन किया।

    उनके निधन से निश्चितरूप से पार्टी को अपूर्णीय क्षति हुई है। इस दुख की घड़ी में पार्टी शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ी है।

    पत्नी, बेटा व बेटी छोड़ गए

    लंबी बीमारी के चलते बीते दिन शनिवार को पूर्व सांसद किशन कपूर का निधन हो गया था। वह 74 वर्ष के थे। वह अपने पीछे धर्मपत्नी, बेटा व बेटी छोड़ गए हैं। कपूर पिछले कुछ दिनों से पीजीआई में उपचाराधीन थे। उन्हें बीते रविवार को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था।

    किशन कपूर का प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा नाम रहा है। उन्होंने राजनीति की लंबी पारी खेली और हमेशा धर्मशाला के विकास की लड़ाई लड़ी और सदन में आवाज बुलंद की। धर्मशाला के मुद्दों को उठाने वाली यह आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गई।

    किशन कपूर 5 बार विधायक रहे हैं और 3 बार मंत्री व एक बार सांसद रहे हैं। उन्होंने अपना पहला चुनाव 1985 में लड़ा था। यह चुनाव वह हार गए थे। वर्ष 1990 में पहली बार विधायक बने। 2008 व 2017 में प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री रही, जबकि 2019 में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद बने।

    वर्ष 2008 से 2012 प्रो. प्रेम कुमार धूमल की सरकार में परिवहन, जनजातीय मंत्री रहे। वर्ष 2017 से 2019 तक जयराम सरकार में उद्योग, परिवहन व शहरी विकास मंत्री रहे। 2019 से 2024 तक कांगड़ा के सांसद बने। किशन कपूर राजनीतिज्ञ ही नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सदस्य थे।

    कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के वर्ष 2019 में उन्होंने रिकॉर्ड मतों के अंतर से सीट जीती थी। उन्होंने 4.77 लाख मतों के अंतर से जीत हासिल की थी जो पूरे देश में 72.2 फीसद के साथ दूसरा सबसे बड़ा मतदान प्रतिशत है।

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