जयराम ठाकुर का सुक्खू सरकार पर तीखा महिला, कहा- नशे के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिलाओं पर FIR बर्दाश्त नहीं
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बिलासपुर में नशे के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिलाओं पर एफआईआर दर्ज करने का विरोध किया। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि यदि ...और पढ़ें

जयराम ठाकुर का सुक्खू सरकार पर तीखा महिला (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, बिलासपुर। बिलासपुर के लगट में चिट्टे के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिलाओं पर पुलिस कार्रवाई को लेकर राजनीति गरमा गई है। मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अगुवाई में भाजपा ने बिलासपुर में धरना प्रदर्शन किया।
इस दौरान जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार को घेरते हुए चेतावनी दी कि अगर सरकार ने नशे के सौदागरों पर नकेल नहीं कसी, तो यह 'चिट्टा' ही कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकेगा।
इवेंट से नहीं, नियत से खत्म होगा नशा
धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के 'वाकथॉन' जैसे आयोजनों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "बच्चों के साथ नाचने से चिट्टा खत्म नहीं होगा। बिलासपुर के कार्यक्रम में बच्चों को सुबह 9 बजे बुलाकर मुख्यमंत्री खुद 2 बजे पहुंचते हैं।''
उन्होंने कहा कि यह नशे के खिलाफ लड़ाई नहीं, बल्कि महज एक इवेंट है। सरकार युवाओं को वाकथान में व्यस्त रखकर अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रही है।"
माफिया के दबाव में काम कर रही पुलिस
लगट मामले में महिलाओं पर दर्ज एफआईआर का जिक्र करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जो माताएं-बहनें अपने बच्चों को बचाने के लिए नशे के खिलाफ लड़ रही हैं, सरकार उन्हें सम्मानित करने के बजाय अपमानित कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर किस नेता के इशारे पर पुलिस ने महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज किया?
ठाकुर ने आरोप लगाया कि बिलासपुर में सरकारी मंचों पर माफिया का कब्जा है, इसीलिए भाजपा विधायकों को कार्यक्रमों से दूर रखा जा रहा है।
'नशे के लिए हिमाचल आ रहे पर्यटक'
जयराम ठाकुर ने अपनी सरकार के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि हमने नशे के खिलाफ 'ज्वाइंट एक्शन प्लान' बनाया था। पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठकें की थीं, जिससे बड़े तस्कर पकड़े गए थे। लेकिन बीते तीन वर्षों में कांग्रेस सरकार ने पड़ोसी राज्यों के साथ एक भी समन्वय बैठक नहीं की। आज पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य देखने नहीं, बल्कि नशे के लिए हिमाचल आ रहे हैं।
प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त
आईजीएमसी शिमला में डॉक्टर और मरीज के बीच हुए विवाद पर भी नेता प्रतिपक्ष ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अस्पताल में डॉक्टर और मरीज का आपस में उलझना इस बात का प्रमाण है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा और प्रदेश की जनता अब चुप नहीं बैठेगी। अगर सरकार नशे के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगी, तो जनता सड़कों पर उतरकर सीधा आंदोलन करेगी।

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